ऊना में जलशक्ति अभियान को लेकर हुई समीक्षा बैठक, रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट सेंटर के वैज्ञानिकों ने सांझा की जानकारी

ख़बरें अभी तक: ऊना जिला देश के उन जिलों में शुमार है जहां पर भू-जल स्तर लगातार गिर रहा है। ऊना जिला में एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे जा रहा है, जो कि बेहद गंभीर स्थिति है। ऊना जिला को इस समस्या से बाहर निकालने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार साथ -साथ जिला प्रशासन और विभिन्न संस्थाएं प्रयासरत है। इसी कड़ी में आज एडीसी ऊना अरिंदम चौधरी की अध्यक्षता में जलशक्ति अभियान को लेकर समीक्षा बैठक हुई। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारीयों ने भी शिरकत की। बैठक में भारतीय रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट सेंटर देहरादून के वैज्ञानिक भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

वैज्ञानिकों ने बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों को ऊना ब्लॉक में जल स्तर को लेकर तैयार किये गए विभिन्न प्रकार के नक्शों के माध्यम से जानकारियां सांझा की। एडीसी ऊना ने बताया कि वैज्ञानिकों द्वारा नक्शों के माध्यम से सुझाए गए सुझावों के अनुसार ही आने वाले दिनों में प्रशासन और विभाग अपनी रुपरेखा तैयार करेंगे। एडीसी ऊना ने बताया कि जलशक्ति अभियान के तहत देशभर में 255 ब्लॉक चिन्हित किये गए थे जिसमें से ऊना ब्लॉक भी एक है। एडीसी ऊना ने बताया कि ऊना में जमीन में मौजूद पानी से 148 प्रतिशत अधिक पानी का प्रयोग हो रहा है। एडीसी ऊना ने बताया कि इस बरसात के मौसम में जिला के विभिन्न विभागों ने भू-जल स्तर में सुधर के लिए बेहतर कार्य किया है।