गीता जयंती में दिखी कलाकारों की झलकियां, दिखी अलग-अलग संस्कृति की झलक

हरियाणा की लोक कला और संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के जरिए देश देख रहा है। इस महोत्सव में ढेरु गायन गाथा, बाजीगर कला और कच्ची घोड़ी जैसी लोक कलाओं को ब्रहमसरोवर के पावन तट पर देखा जा रहा है।

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के साथ-साथ राज्य सरकार की तरफ से हरियाणा ही नहीं विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृति को संरक्षित करने और कलाकारों को एक मंच मुहैया करवाने का काम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के जरिए किया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 में एनजेडसीसी की तरफ से 200 से ज्यादा शिल्पकार पहुंच चुके है। इनमें 8 राष्ट्रीय अवार्डी, 9 राज्य अवार्डी, संत कबीर अवार्डी, राष्ट्रीय प्रमाण पत्र अवार्डी व जिलास्तरीय अवार्ड विजेता शामिल है।