पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन, इन नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

ख़बरें अभी तक। पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया है. दिल्‍ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में लंबी बीमारी के बाद जेटली ने दोपहर 12 बजकर 07 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस लीं। बता दें कि जेटली काफी समय से एक के बाद एक बीमारी से लड़ रहे थे।

वहीं पीएम ने कहा है कि जेटली महान राजनीतिक पुरोधा, विशाल शख्सियत और न्याय जगत की जानी-मानी हस्ती थे। पीएम ने कहा कि उन्होंने भारत की राजनीति में कई योगदान दिए, उनका निधन बेहद दुखदायी है। पीएम ने कहा कि उन्होंने अरुण जेटली की पत्नी संगीता और उनके बेटे रोशन से बात की है और दुख जताया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अरुण जेटली के निधन के साथ ही उन्होंने एक अनमोल दोस्त खो दिया है, जिन्हें मैं दशकों से जानता था। पीएम मोदी ने कहा है कि वे मुद्दों और बेहद गहराई और विस्तार से जानते थे, राजनीतिक में उनके समानांतर बहुत कम लोग होते हैं, उन्होंने अच्छा जीवन जीया और अपनी अनगिनत यादों के साथ हमें छोड़ गए, हम उन्हें याद करेंगे।

वहीं अमित शाह ने अरुण जेटली जी के निधन पर कहा, अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षों तक प्राप्त होता रहा।

वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अरुण जेटली के निधन शोक जताया, उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व देश के पूर्व वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी के निधन का दुखद समाचार मिला। यह मेरे लिए निजी क्षति है। शोकाकुल परिजनों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शान्ति प्रदान करे। ॐ शांति

वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री रत्नलाल कटारिया ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के आकस्मिक निधन पर दुःख जताया है, कहा 42 साल से जेटली जी से था मेरा नाता, साथ ही कहा आज मेरे परम् मित्र का जाना बेहद दुःखद है।

वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन पर शोक जताया, सीएम ने कहा पार्टी और देश ने एक और नेता और मजबूत स्तम्भ को खोया है। जेटली पार्टी के लिए एक ऐसे नेता थे जो हर तरह की समस्या के समाधान खासकर तकनीकी और क़ानून और वित्तीय और राजनीतिक से जुड़े विषयों को आसनी से बिना किसी नुकसान के सुलझाने में जेटली जी जाने जाते थे। आज उनके निधन पर गहरा आघात लगा है।

निजी तौर पर भी उनसे हमेशा हौंसला मिलाता रहा उनका हिमाचल में ज्यादा आना जाना था। उस लिहाज़ से भी जेटली जी निजी तौर और सुझाव और मार्गदर्शन करते थे। उनका व्यवहार हमेशा से ही सौम्य और दोस्ताना रहा। पार्टी के संबधं में तो बात करते ही थे लेकिन विपक्ष की भी जानकारी दी लेना नहीं भूलते थे। उनका जाना देश के लिए बड़ी क्षति है।