UK: थाने में पहुंच कर पुलिस के जवानों को महिलाओं ने बांधी राखी

ख़बरें अभी तक। उत्तराखंड में बढ़ रही महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाओं के बाद हर वर्ग परेशान है ऐसे में हर घटना के बाद सवाल पुलिस पर ही खड़े होते है कि पुलिस ठीक से काम नहीं करती है या दबाव में काम कर रही है इसी को लेकर अपनी रक्षा के लिए अब महिलाओं ने एक नायाब तरीका अपनाया है और रक्षा बधंन से एक दिन पहले ही थाने और कोतवाली में जा कर पुलिस कर्मियों को महिलाओं ने राखी बांधी और सब से वचन लिया कि आप हमारी रक्षा करेंगे एक बहन की तरह पुलिस वालों ने भी इन बहनों को वचन दिया है कि हम आपकी हर वक्त रक्षा करेंगे।

थाने कोतवाली और पुलिस के आंगन में अगर कोई महिला खड़ी हो जाये तो यही लगता है की कोई शिकायत पुलिस के पास आयी है लेकिन ये भीड़ और मुस्कुराती महिलाये यहां कोई शिकायत नहीं बल्कि राखी का त्योहार मनाने पहुंची है उत्तराखंड में जिस तरह अभी हाल ही में मासूम बच्चियों के साथ कई रेप की घटनाएं हुई है और अपने आसपास महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं को देख कर तमाम महिलाओ ने एक समूह बनाया और पहुंच गयी थाने में कनखल थाने पहुच कर इन तमाम महिलाओं ने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को राखी बांधी और मिठाई खिला कर मुह मीठा भी किया।

महिलाओं का कहना है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है और पुलिस वालों को राखी हमने इसलिए बांधी है कि पुलिस वाले अपने परिवार में जाकर अपनी बहनों से राखी नहीं बनवा पाते इन पुलिसकर्मियों को यह महसूस ना हो कि उनकी कलाई पर उनकी बहनों ने राखी नहीं बांधी है और साथ ही जिस तरह से उत्तराखंड में कुछ दिनों में ही कई मासूम बच्चियों के साथ रेप जैसी घटनाएं हुई है हमने पुलिस के भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर यह वचन लिया है कि वह सभी बहनों की रक्षा करेंगे।

इनका कहना है कि महिलाएं थाने में आने से कतराती है इसलिए हमने थाने में आकर पुलिस के भाइयों को राखी बांधकर यह मैसेज दिया है कि पुलिस के जवान भी हमारे भाई है और हमें थाने में आने से नहीं घबराना चाहिए और अपनी हर परेशानी थाने आकर पुलिस के भाइयों को बतानी चाहिए कई बार देखने को मिलता है कि पुलिस के भाई कार्य तो करना चाहते हैं मगर उनके ऊपर दबाव बना दिया जाता है जिस वजह से वह कार्य नहीं कर पाते इसलिए हमने पुलिस के भाइयों से वचन लिया है कि अब सभी पुलिस के भाई महिलाओं से जुड़ी घटनाओं पर और अच्छे से ध्यान दे।

अचानक पहुंची इतनी सारी महिलाओं को देख कर पहले तो पुरे थाने का माहौल अजीब सा हो गया लेकिन जब महिलाओं ने पुलिस कर्मियों के हाथ आगे बढ़ाने को कहा तो सब राखी बंधवाने के लिए राजी भी हो गए कनखल थाना इंचार्ज हरिओम चौहान का कहना है की वैसे तो कई रक्षाबंधन वो परिवार और बहनो से दूर रहकर मनाते आये है। लेकिन इन बहनो के आने से उन्हें अच्छा लगा साथ ही उनके द्वारा लिए गए वचन पर वो गंभीरता से काम करते आये है और आगे भी महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जायेगा।

महिला थाने में आने से घबराती है अगर महिला थाने में आकर अपनी शिकायतें दर्ज कराएगी इससे महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा और जिस तरह से इन महिलाओं ने हमें थाने में आकर राखी बांधी है इससे महिलाओं में पुलिस के प्रति एक अच्छा मैसेज भी जाएगा।

रक्षाबंधन का धागा अनमोल धागा होता है और इस धागे को भाई की कलाई पर बांधकर महिलाएं अपनी रक्षा का वचन लेती है और भाई भी जीवन भर अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं बहनों को दिए वचन को पुलिस कर्मियों ने भी हर संभव पूरा करने का प्रण लिया है ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की क्या महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर पुलिस प्रशासन रोक लगाने में कामयाब हो पाता है या नहीं क्योंकि अब महिलाओं ने इन पुलिस वालो के हाथो में रक्षा का सूत्र बांधकर अपनी रक्षा का वचन लिया है।