महिलाएं खुद को महफूज महसूस करें, इसके लिए बनाया गया है दुर्गा शक्ति एप

ख़बरें अभी तक। सूबे की सरकार एवं पुलिस महकमे के द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया गया दुर्गा शक्ति एप महिलाओं को कितना महफूज रखता है व किस तरह की फंक् शनिंग इस एप की है आइये इस ख़बर में आपको बताते है। प्रदेश की महिलाएं खुद को महफूज महसूस करें व सुरक्षित माहौल में आ जा सकें, कुछ ऐसे ही मकसद से दुर्गा शक्ति एप बनाया गया था। एप के जरिए महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। ऐसा हम नहीं कह रहे हें बल्कि वे महिलाएं कह रही हैं जो कि इस एप का इस्तेमाल या तो कर चुकी हैं या फिर जिन्हें इस एप की जानकारी है।

दरअसल लगातार बढ़ रही छेडख़ानी की घटनाओं व ऐसे ही दूसरे मामलों को लेकर चिंतित सूबे की सरकार एवं पुलिस ने एक ऐसा एप विकसित किया जो कि महिलाओं की विपदा के समय सहायता करने में कारगर हो। किसी भी एंड्रोयड फोन में इस एप को प्ले स्टोर में जाकर डाऊनलोड किया जा सकता है व पूरा डाटा प्रोफाइल के रूप में मुहैया रवाए जाने के बाद यह पंजीकृत हो जाता है। इसके बाद अगर इस नंबर से कॉल ना भी की जाए व सिर्फ मेसेज ही भेजा जाए तो शिकायत करने वाली महिला अथवा युवती की पूरी लोकेशन पुलिस महिला हैल्पलाइन के नंबर पर चली जाती है।

एप के बारे में बताते हुए दुर्गा शक्ति वाहिनी ने बताया कि महिलाओं की कॉल के साथ ही टीम तुरंत एक्टिव हो जाती है। एप का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं ने इसे कारगर बताया व कहा कि मुश्किल के समय यह एप उनके लिए कारगर साबित हो सकता है। वहीं पुलिस टीम ने बताया कि महिलाओं व युवतियों को अलग अलग मौकों व स्थानों पर इस एप के बारे में जागृत किया जाता है। वहीं महिला थाने के अंदर बनाए गए कंट्रोल रूम में भी एप के जरिए आने वाली काल्स एवं संदेशों के बाद कार्रवाई की जाती है।

बाकायदा थाने में रजिस्टर मेंटेन किया गया है व किस तरह की कार्रवाई कितनी देर में हुई यह सब ब्यौरा उसमें दर्शाया जाता है। बहरहाल जहां महिलाओं को आम कामकाज के लिए बाहर निकलना पड़ता है तो जाहिर सी बात है उन्हें माहौल भी सुरक्षित चाहिए। ऐसे में सूचना एवं तकनीकी के हाईटैक युग में दुर्गा शक्ति वाहिनी व उसका एप निश्चित तौर पर उन महिलाओं व युवतियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो कि बाहर निकलने से हिचकती है व खुद को असुरक्षित मानती हैं। ऐसी महिलाओं के लिए हरियाणा पुलिस का ये कदम नायाब भी है व कारगर भी।