उत्तराखंड : कॉर्बेट नेशनल पार्क की 83 वीं वर्षगांठ, 8 अगस्त को आया था अस्तित्व में

ख़बरें अभी तक: एशिया का पहला राष्ट्रीय उद्यान कॉर्बेट नेशनल पार्क अपनी स्थापना की 83वीं वर्षगांठ मना रहा है. 8 अगस्त को अस्तित्व में आये इस पार्क के गठन में जिम कॉर्बेट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसलिए उनकी याद में इसका नाम कॉर्बेट नेशनल पार्क कर दिया गया, जो अब टाइगर्स के लिए विश्वविख्यात कॉँर्बेट टाइगर रिजर्व के नाम से भी प्रसिद्ध है. अपनी जैव विविधता के लिए जाना जाने वाला कॉर्बेट नेशनल पार्क सन् 1819 तक टिहरी गढवाल के राजा की सम्पत्ति थी.

जिसे 1820 में उन्होने अंग्रेजों को दे दिया. 1858 में पहली बार रैमजे ने इसके संरक्षण की योजना बनाई. उसके बाद 1868 में पहली बार वन विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई. वहीं 1879 में इसे आरक्षित वन क्षेत्र घोषित कर द्या गया. 1966 में इस पार्क का क्षेत्रफल बढाकर 520.8 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया. 2010 में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व को 1288 वर्ग किलोमीटर में नोटिफाइड किया गया है।