औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे मजदूर

ख़बरें अभी तक। हिमाचल सरकार द्वारा औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में स्थापित हुए औद्योगिक घरानों को 10 साल तक का टैक्स फ्री दिया गया था और अब 10 साल पूरे होने के बाद उद्योगपति टैक्स का फायदा लेकर लगातार अपने उद्योगों को पलायन कर रहे हैं इसी के चलते नालागढ़ के मगनपुरा गांव में भी एक पंखे बनाने वाले ओमेगा नामक उद्योग के प्रबंधन द्वारा उद्योग को रातों-रात बंद करके यहां से पलायन कर लिया गया है। लेकिन उद्योग में काम करने वाले 70 से ज्यादा मजदूर जहां बेरोजगार हो गए हैं।

वहीं मजदूर अपनी मांगों को लेकर बीते 19 दिनों से कंपनी के गेट पर हड़ताल पर बैठे हैं 19 दिन भी जाने के बाद भी मजदूरों की मांगे माननी तो दूर कोई उनसे बात करने तक का नहीं आया है। मजदूरों का कहना है कि अगर जल्द ही कंपनी प्रबंधन द्वारा उनका हिसाब नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में हड़ताल को भूख हड़ताल में तब्दील कर देंगे और इस दौरान अगर उनके किसी भी मजबूर को कोई जान माल का नुकसान होता है तो उसका जिम्मेदार कंपनी प्रबंधन और प्रशासन होगा।

मजदूरों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन की ओर मजदूरों का एक करोड़ से ज्यादा का वेतन बकाया है जिसका हिसाब कंपनी प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया है और अपनी मांगों को लेकर सभी मजदूर 19 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं। इस बारे में जब हमने हड़ताल पर बैठे मजदूरों से बात की तो उन्होंने कहा है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा उन्हें 2 माह का नोटिस दिया गया था कि 2 माह के भीतर भीतर उनका बकाया वेतन दे दिया जाएगा और 2 माह के बाद कंपनी बंद हो जाएगी। लेकिन वेतन देना तो दूर कुछ ही दिनों में कंपनी प्रबंधन द्वारा रातों-रात कंपनी को बंद कर दिया गया और यहां से फरार हो गए।

उन्होंने कहा कि इस बारे में वह बीते दिनों जब प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह नालागढ़ दौरे पर आए थे तो उनसे मिले थे और उन्होंने 2 ,3 दिनों के भीतर उनका बकाया वेतन दिलवाने का आश्वासन दिया था आश्वासन को भी 1 सप्ताह से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन अभी भी उनकी कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई है हड़ताल पर बैठे मजदूरों का कहना है कि लेबर ऑफिसर बद्दी द्वारा कंपनी प्रबंधन से मोटी घूस ले रखी है जिसके चलते वह कंपनी प्रबंधन का साथ दे रहा है और उनकी कोई भी समस्या का हल नहीं करवा रहा है।