लक्सर के महेश्वरी गांव में शमशान घाट की भूमि को लेकर हुआ विवाद

ख़बरें अभी तक। लक्सर के महेश्वरी गांव में शमशान घाट की भूमि को लेकर विवाद हो गया जिसके चलते अंतिम संस्कार को लाए गए शव के अंतिम संस्कार को लेकर घंटों तक हंगामा हुआ। बाद में मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार व पुलिस प्रशासन की टीम ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया तब जाकर कहीं शव का अंतिम संस्कार हो सका।

आपको बता दें कि लक्सर कोतवाली क्षेत्र के महेश्वरी गांव में 87 वर्षीय पलटू राम की मौत हो गई परिजन व ग्रामीण उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव के बाहर स्थित शमशान घाट की भूमि पर ले गए परिजन शव के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे इसी बीच मौके पर पहुंचे कुछ ग्रामीणों द्वारा शव का अंतिम संस्कार करने से मना करते हुए हंगामा शुरू कर दिया ग्रामीणों का कहना था कि जिस स्थान पर शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। वह उनकी निजी खेत की भूमि है। जिस पर यहां अंतिम संस्कार किया जाना पूरी तरह गलत है।

वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान सुनीता देवी व अन्य ग्रामीणों का कहना था कि उक्त भूमि चकबंदी प्रक्रिया के चलते श्मशान घाट के लिए छोड़ी गई है पूर्व में जहां श्मशान घाट था उसे बंद कर दिया गया है तथा उक्त भूमि श्मशान घाट की है जिस पर मृतक का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इसी के चलते मौके पर घंटों तक हंगामा होता रहा सूचना पर नायाब तहसीलदार सुशील कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा मामले की जानकारी ली।

उन्होंने विरोध कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत किया तथा शव का अंतिम संस्कार कराया गया। नयाब तहसीलदार का कहना है कि जिस स्थान पर शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है उक्त भूमि चकबंदी प्रक्रिया के चलते वृक्षारोपण हेतु छोड़ी गई है जबकि अधिकांश ग्रामीण उक्त भूमि को शमशान की भूमि के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं क्योंकि जो भूमि शमशान के लिए चिन्हित की गई है उस पर आने जाने के लिए किसी तरह का कोई रास्ता नहीं है ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया है तथा शव का अंतिम संस्कार हो गया है।