उपेंद्र कुशवाहा के कार्यक्रम में पहुंचे आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी

खबरें अभी तक।क्या बिहार की राजनीति में नया राजनीतिक समीकरण बन बिगड़ रहा है. जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाल विवाह और दहेज प्रथा के ख़िलाफ़ मानव शृंखला बनाते हैं तब उनके सहयोगियों की उदासीन भागीदारी सुर्ख़ियाँ बनती हैं. वहीं जब केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने मंगलवार को मानव शृंखला बनायी तो उनके साथ हाथ थामे राष्ट्रीय जनता दल के नेता पटना में नज़र आये.

कुशवाहा के साथ पटना के मिलर स्कूल ग्राउंड में राजद के बिहार इकाई के अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के अलावा शिवानन्द तिवारी और तनवीर हसन दिखे लेकिन जनता दल यूनाइटेड और भाजपा का कोई नेता वहां उपस्थित नहीं था. लेकिन कुशवाहा के साथ साधु यादव भी दिखे. साधु यादव ने पटना के आयकर विभाग चौराहे पर एक बड़ा होर्डिंग भी लगाया.

बाद में कुशवाहा ने अपने शिक्षा सुधार मानव क़तार के बारे में कहा कि कौन आया या कौन नहीं आया इसके आधार पर कोई राजनीतिक अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए. कुशवाहा के अनुसार उन्होंने सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था. हो सकता है कई लोग उस समय अपनी व्यस्तता के कारण नहीं आ पाये. लेकिन ये साफ़ है कि राजद के नेताओं ने उनके कार्यक्रम को भविष्य की राजनीति को ध्यान में रखकर कुछ ज़्यादा गम्भीरता से लिया.

इससे पूर्व राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया था कि कुशवाहा और जीतन राम माँझी उनकी पार्टी के सम्पर्क में हैं. लेकिन जनता दल यूनाइटेड के नेताओं का कहना है कि सब जानते हैं कि कुशवाहा हर काम में नीतीश कुमार की नक़ल करते हैं और जब वे खुद शिक्षा विभाग में केंद्र में बैठे हैं तब उन्हें अजब शृंखला की जगह ठोस क़दम उठाने चाहिए.

वहीं, भाजपा नेताओं ने कहा कि संसद सत्र के बीच में इस शृंखला का आयोजन उनके समझ से बाहर है. हालांकि उनका कहना है कि भविष्य में वो अगर लालू यादव के साथ चले भी जाएं तो अब नीतीश कुमार के वापस आने के बाद कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा.