अशोक जाखड़ पर लगे गांव में अवैध शराब और चिट्टा बिकवाने का आरोप

ख़बरें अभी तक। फतेहाबाद के गांव ढिंगसरा के सरपंच और सिरसा लोकसभा की सांसद सुनीता दुग्गल के खास माने जाने वाले अशोक जाखड़ पर संत गोपालदास के शिष्य प्रवीण काशी और दर्जनों ग्रामीणों ने गांव में अवैध शराब और चिट्टे का नशा बिकवाने का आरोप लगाया है। प्रवीण काशी और ग्रामीण शुक्रवार को डीसी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे और सरपंच व करीब सात-आठ अन्य लोगों के खिलाफ लिखित में डीसी को ज्ञापन सौंपा। प्रवीण काशी ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट आरोप लगाया कि ग्रामीण गांव में बिक रही अवैध शराब और चिट्ठे से काफी परेशान है।

आज डीसी साहब को ग्रामीणों की ओर से लिखित में शिकायत देकर आरोप लगाया गया है कि गांव के सरपंच सहित सात से आठ लोग गांव में नशा बिकवा रहे हैं। गांव में अवैध शराब बिक रही है और चिट्टे का नशा भी काफी मात्रा में सप्लाई हो रहा है। प्रवीण काशी ने कहा कि गांव में पहले शराब का ठेका था जिसे ग्रामीणों ने विरोध कर गांव से बाहर कर दिया था। उसके बाद से गांव में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है जो कि सरपंच की शह पर बिक रही है। प्रवीण काशी ने कहा कि प्रशासन नशे में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और जो लोग पुलिस से मिलीभगत करके नशे के कारोबार को बढ़ाने में लगे हैं उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।

वहीं दूसरी तरफ गांव के सरपंच अशोक जाखड़ ने मीडिया के सामने आकर प्रवीण काशी पर विपक्ष की तरह राजनीति करने का आरोप लगाया है। सरपंच ने कहा कि प्रवीण काशी ना तो गांव से संबंध रखते हैं और ना ही हरियाणा से प्रवीण काशी दूसरे राज्य से संबंधित हैं और संत गोपालदास के शिक्षा के तौर पर वह गांव में लोगों को सिर्फ चलाने का काम कर रहा है। प्रवीण काशी उनके ऊपर आरोप इसलिए लगा रहे हैं क्योंकि पिछले दिनों नशे कि शिकायत को लेकर प्रवीण काशी गांव की एक बच्ची को लेकर डीसी के पास पहुंचे थे और इस बच्चे के पिता को प्रवीण काशी ने नशे की वजह से मृत बताया था।

लेकिन बाद में पंचायत की ओर से लिखित में डीसी साहब को बताया गया कि उस बच्ची का पिता जिंदा है। सरपंच ने आरोप लगाया कि गांव में कोई भी व्यक्ति यदि मेरी नशा में मिलीभगत साबित करता है तो मैं अपने सरपंच पद से इस्तीफा दे दूंगा और नशे में मेरी संलिप्तता साबित करने वाले को मैं 1 लाख रुपये इनाम दूंगा। वहीं सरपंच ने चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि नशे में यदि उनकी संलिप्तता नहीं पाई जाती है तो आरोप लगाने वाले प्रवीण काशी और अन्य लोगों के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे।