मैनपुरी: खून से पत्र लिखने को मजबूर हुआ तीन बच्चों का पिता

ख़बरें अभी तक। जनपद मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के ग्राम कत्तरा निवासी एक युवक के तीन बच्चों को थैलसीमिया नाम की बीमारी है जिसका इलाज कराते एक पिता पूरी तरह से थक चुका है और वह जमीनी स्तर से कंगाल भी हो चुका है। अब वह अपने तीनों बच्चों का उपचार कराने के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। यहां तक कि क्षेत्र के साहूकार भी अब उसे ब्याज पर कर्जा तक नहीं दे रहे हैं। पुश्तैनी 4 बीघा जमीन की भी बिक्री हो चुकी है फिर भी लाचार पिता अपने बच्चों का उपचार कराने के लिए मजबूर है।

आखिर अपने जीते जी वह अपने तीनों बच्चों को कैसे मरता देख सकता है। हर तरफ से थक हारकर लाचार पिता ने जिलाधिकारी मैनपुरी से उपचार के लिए गुहार लगाई है इतना ही नहीं उसने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को एक खून से पत्र लिखकर भी उपचार की मांग की है। वहीं अगर उसकी कहीं सुनवायी अब नहीं होती है तो वह जिलाधिकारी कार्यालय में ही आत्महत्या कर लेगा।

पूरा मामला जनपद मैनपुरी की किशनी तहसील क्षेत्र में लगने वाले ग्राम नगला कत्तरा का है। इस गांव का रहने वाला शिववीर सिंह बेहद गरीब परिवार से है। खेतीबाड़ी कर वह अपने परिवार का पालन पोषण करता था। शिववीर सिंह के तीन बच्चे हैं बड़ी लड़की करिश्मा जो 8 वर्ष की है, दूसरी दिव्यांशु जो 6 वर्ष की है। तीसरी 2 वर्ष की राधा है जिसमें 2 बच्चे थैलेसीमिया जैसे लाइलाज बीमारी से ग्रसित है। अब तीसरे बच्चे को भी वहीं बीमारी हो गयी है। जिसके चलते हर महीने उनका खून बदला जाता है। लाचार पिता शिववीर सिंह 3 वर्ष से अपने दोनों बच्चों का उपचार सैफई के पीजीआई अस्पताल में करा रहा है।

जहां उससे प्रत्येक माह 8 से लेकर 10000 रूपए तक का खर्चा करना पड़ रहा है। जिसके चलते वह अपनी 4 बीघा खेत की बिक्री भी कर चुका है। उसके पास अब केवल उसका मकान बचा है। उसकी भी बिक्री करने को वह मजबूर है। उसकी मजबूरी यहां तक आ गुजरी है कि क्षेत्र के ब्याज पर रुपया उठाने वाले साहूकार भी अब कर्जा देने से मना करने लगे हैं। क्योंकि लाचार पिता के पास अब गिरवी रखने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।

थकहार कर पीड़ित पिता ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपने बच्चों की बीमारी के उपचार की मांग की है। वहीं अपने खून से प्रधानमन्त्री और मुख्यमन्त्री को पत्र भी लिखा है। अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएगा। जिलाधिकारी का कहना है कि हमने सीएमओ को बुला लिया है, इनके बच्चों का इलाज सैफई में चल रहा है जितनी भी सम्भव मदद होगी वो की जाएगी।