कुछ जवान ऐसे आते थे जिनके सिर ही गायब होते थे: डॉक्टर प्राची

ख़बरें अभी तक। आज हम आपको एक महिला डॉक्टर की ज़ुबानी सुनाएंगे कारगिल में क्या हुआ था। यह इकलौती महिला डॉक्टर थी जो कारगिल में सैकड़ों डेड बॉडीज देख चुकी थी। इसके अलावा 70 से ज्यादा जवानों का इलाज भी इसी महिला डॉक्टर ने किया था। वह इस समय गाजियाबाद में रह रही हैं। और उन्होंने हमारे साथ अपना एक्सपीरियंस शेयर किया। गाजियाबाद के अशोक नगर इलाके में रहने वाली डॉक्टर प्राची गर्ग कारगिल युद्ध के समय सेना में डॉक्टर मेजर हुआ करती थी। करीब 300 लोगों का एक दल जब कारगिल युद्ध के समय मेडिकल और अन्य सेवाओं के लिए गया तो उनमें डॉक्टर प्राची भी थी।

डॉक्टर प्राची का कहना है कि वह अकेली महिला थी। और धीरे-धीरे सब चीजें उन्हें पता चलती गई। जैसे ही यह पता चला कि युद्ध छिड़ा हुआ है तो उनके लिए सब कुछ आसान नहीं था। दिन बीतते चले गए और धीरे-धीरे उनके सामने सैकड़ों डेड बॉडी आई। 70 से ज्यादा घायल जवान भी आए जिनका उन्होंने इलाज किया। डॉक्टर प्राची का कहना है कि उन्हें लगता नहीं था कि वह जिंदा वापस लौट पाएंगे। लेकिन जब वह वापस लौट गए तब यकीन आया कि जिंदा वापस लौट आए हैं।

डॉक्टर प्राची का एक्सपीरियंस भी किसी कारगिल युद्ध में लड़ने वाले जवान से कम नहीं है। क्योंकि वहां पर इतने सारे पुरुषों के बीच अकेली महिला डॉक्टर होने के बावजूद उन्होंने पूरी हिम्मत से काम किया। उन्होंने अपना एक एक्सपीरियंस बताया जिसमें उनका कहना था कि पहली बार उन्होंने कॉफिन देखा था। कॉफिन के अंदर राशन भरा हुआ था जो उनके लिए काफी ज्यादा हैरतअंगेज था। अन्य कई एक्सपीरियंस भी उन्होंने तफ्सील से बताएं।

डॉक्टर प्राची ने यहां तक बताया कि कई घायल ऐसे आते थे जिनके बचने की कोई संभावना नहीं होती थी। कुछ जवान ऐसे आते थे जिनके सिर ही गायब होते थे। यानी वह मृत थे। इसके अलावा कुछ गंभीर रूप से घायल आते थे जिनका इलाज भी संभव हो पाया।