मोस्टवांटेड गैंग के चार सदस्य चोरी की गई गाड़ी समेत गिरफ्तार

ख़बरें अभी तक। सोनीपत की एसटीएफ टीम में मुरथल टोल से देर रात हरियाणा के मोस्ट वांटेड गिरोह विकास भदाना, प्रदीप पिपली व डॉक्टर उर्फ सुनील के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, चारों गिरफ्तार बदमाश निरंजन निवासी चरखी दादरी, नवनीत उर्फ डॉक्टर निवासी हिसार, प्रदीप निवासी पिपली व अजय निवासी मोरखेड़ी रोहतक को गिरफ्तार किया है, चारों को आज कोर्ट में पेशकर रिमांड पर लिया जायगा, चारों बदमाश पहले लूटी हुई कारो के ईंजन नम्बर बदल कर दोबारा पास कर नया नम्बर लेकर सस्ते दामों में बेचते थे, लेकिन अब ये सोनीपत एसटीएफ की गिरफ्त में आ चुके है, इनसे कई लूट की वारदातों का खुलासा होने का अनुमान है।

सोनीपत एसटीएफ टीम ने इस मामले में ऐसे खुलासे किए जिसे सुनकर कर आप दंग रह जाओगे।  एसटीएफ से पूछताछ में गिरफ्तार बदमाशो ने बताया कि वे विकास भदाना, प्रदीप पिपली व सुनील उर्फ डॉक्टर के गिरोह के लिए काम करते है, जो गैंग गाड़ी लुटता है ये उसके ईंजन नम्बर व चेसिस नम्बर को बदलते फिर फर्जी कागजातों के से आरटीओ कार्यलय में उसे पास कराते और फिर गाड़ी को सस्ते दामों पर बेच डालते। गिरफ्तार आरोपियों में से जो नवनीत उर्फ डॉक्टर इस ईंजन नम्बर और चेसिस नम्बर बदलने वाले गिरोह का मुखिया है तो निरंजन और अजय दोनों पहले कोर्ट से फर्जी काग़जात तैयार करवाते थे और आरटीओ कार्यलय से गाड़ी का नया नंबर लेते थे। पुलिस की जांच में कई आरटीओ कार्यलय के कर्मचारी भी दोषी पाए जा सकते है।

इस मामले में सोनीपत एसटीएफ के डीएसपी राहुल देव ने प्रेस कांफ्रेंस की औऱ मामले का खुलासा किया , राहुल देव ने बताया कि सोनीपत एसटीएफ ने कल देर रात मुरथल के टोल प्लाजा से चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जोकि निरंजन निवासी चरखी दादरी, नवनीत उर्फ डॉक्टर निवासी हिसार, प्रदीप निवासी पिपली व अजय निवासी मोरखेड़ी रोहतक है, सभी आरोपी विकास भदाना, प्रदीप पिपली व डॉक्टर उर्फ सुनील गैंग के लिए काम करते है, इनके भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, ये चारों लूटी हुई कारों के कोर्ट से फर्जी काग़जात तैयार करवाते थे और आरटीओ कार्यलय से गाड़ी का नया नंबर लेते थे। पुलिस की जांच में कई आरटीओ कार्यलय के कर्मचारी भी दोषी पाए जा सकते है। इनसे 2 फॉर्च्यूनर, 1 स्कोर्पियो व 1 क्रेटा कार बरामद की है, सभी को कोर्ट में पेशकर रिमांड पर लिया जायेगा, ताकि अन्य वारदातों का खुलासा हो सकें।