समुद्री लुटेरों ने किया था अगवा, 69 दिन बाद वापिस लौटा रोहतक के आसन गांव का अंकित हुड्डा

घाना से नाइजीरिया जा रहे शिप एमटी अपेक्स आईएमओ को 19 अप्रैल को समुद्री लुटेरों ने लागोस आईलैंड के पास से अपहरण कर लिया था। अपहरण के समय शिप पर 15 का स्टाफ मौजूद रहा, जिनमें 5 भारतीय मूल के कर्मचारी भी शामिल हैं। अपहरण की जानकारी सभी को 24 अप्रैल को मिली।
इन 5 भारतीय मूल के लोगों में एक हरियाणा के रोहतक के आसन गांव का अंकित हुड्डा भी था। अंकित रोहतक से ग्रेजुएशन करने के बाद नाइजीरिया की एक मर्चेंट शिप कंपनी में नाविक के तौर पर नौकरी कर रहा था। अंकित के पिता का देहांत कई वर्ष पहले हो चुका था मां का इकलौता बेटा जीने का सहारा था।
अंकित से जब हमारी टीम ने बात की तो अपहरण के दौरान क्या क्या हुआ सारी आप बीती कह सुनाई. अंकित हुड्डा ने बताया कि रोहतक से ग्रेजुएशन करने के बाद उसने नाइजीरिया की एक मर्चेंट शिप कंपनी में नाविक के तौर पर नौकरी हासिल कर ली थी, एक साल की ट्रेनिग लेने के बाद  शिप को ज्वॉइन किया  घाना से नाज़रिया जाते समय शिप एमटी अपेक्स आइएमओ को 19 अप्रैल को लागोस आइलैंड के पास समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था। इस जहाज में लगभग 15 लोग थे। जिसमे हम पांच भारतीय थे। पहले समुद्री लुटरों ने शिप के मालिक से फिरौती की मांग की। वे हमें बहुत ही टॉर्चर करते थे। समुंदर का पानी पीने को देते थे खाने को सिर्फ एक दिन में एक बाउल नूडल पांच लोगों को देते है। हमे रोज मारते पीटते थे। आंखों पर कपड़ा बांध देते।
अंकित ने कहा कि 69 दिन वे बहुत ही दर्दनाक सदमे की तरह याद रहेंगे। मेरे पिता का देहांत कई वर्ष पहले हो चुका था मां का इकलौता बेटा जीने का सहारा हूँ। अकेले मां ही नही अपने मामा व मौसी के घर का भी इकलौती सन्तान हूँ। क्योंकि मामा व मौसी की भी कोई संतान नहीं है।बता दें कि यह खबर सुनने के बाद से सभी रिश्तेदारों समेत मां, मामा, मौसी सभी सदमे में थे कि मैं कभी अब वापिस नही आऊंगा