सोनीपत में जहर देकर तीन बच्चों की हत्या, पिता ने खुद भी की आत्महत्या

ख़बरे अभी तक: गांव दोदवा में एक व्यक्ति ने अपने तीन मासूम बच्चों को जहरीला पदार्थ खिला कर स्वयं भी निगल लिया। इससे चारों की मौत हो गई। बच्चे चार दिन तक स्कूल नहीं गए तो एक शिक्षक ने स्कूल के दूसरे बच्चों को पता करने के लिए सोमवार को उनके घर भेजा। जब स्कूली बच्चों ने घर के अंदर प्रवेश किया तो एक कमरे में तीनों बच्चों और उनके पिता के शव गली सड़ी हालत में पड़े थे। सूचना मिलने पर सदर थाना से पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण करके शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवाया।

मूल रूप से दिल्ली में नजफगढ़ में गांव दीनपुर निवासी महेंद्र करीब सात साल से अपने बच्चों के साथ अनुमंडल के गांव दोदवा में रह रहा था। महेंद्र का अपनी पत्नी नूरजहां से मनमुटाव चल रहा था और वह करीब दो माह पहले घर से चली गई थी। इससे महेंद्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। करीब चार दिन पहले महेंद्र ने अपने बेटे समीर (11), बेटी सोनिया (9) और बेटे राज (6) को घर पर ही जहरीला पदार्थ खिला दिया और बाद में स्वयं भी खा लिया। इस घटना में चारों की मौत हो गई।

तीनों बच्चे गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। चार दिन से बच्चे स्कूल नहीं गए तो एक शिक्षक ने सोमवार को कुछ बच्चों को महेंद्र के घर भेजा। जब स्कूली बच्चों ने महेंद्र के घर में प्रवेश किया तो दुर्गंध आ रही थी और तीनों बच्चों के शव एक चारपाई व महेंद्र का शव बेड पर गली-सड़ी हालत में पड़ा था। बच्चों ने स्कूल पहुंच कर घटना के संबंध में अपने शिक्षकों को बताया। इसके बाद यह घटना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। मृतक महेंद्र के भांजे सद्दाम ने बताया कि उसकी मामी नूरजहां से मनमुटाव के चलते मामा परेशान रहता था। मामी करीब दो माह पहले घर से भी चली गई थी, जिससे महेंद्र अधिक परेशान रहने लगा। मानसिक परेशानी के चलते ही महेंद्र ने पहले बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया और बाद में स्वयं निकल लिया।