भारत की सबसे बड़ी सफलता, आज पहली बार दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करेगा चंद्रयान-2  

खबरें अभी तक। आज भारत एक ओर बड़ी उपलब्धि हासिल करेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) 22 जुलाई को यानि आज 2:43  बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन सेंटर से चंद्रयान-2 को लॉन्च करेगा। खास बात आपको ये भी बतां दें कि यह चंद्रयान-2 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिग करेगा। इस जगह पर इससे पहले किसी भी देश का कोई यान नहीं पहुंचा। अधिकतर चंद्रयानों की लैंडिंग उत्तरी गोलार्ध में या भूमध्यरेखीय क्षेत्र में हुई हैं। बता दें कि पहले यह प्रकक्षिण 15 जुलाई को होना था, लेकिन रॉकेट में गड़बड़ी के कारण ये सफल नहीं हो पाया। इस रॉकेट को मीडिया ने ‘बाहुबली’ का  नाम दिया है। इस रॉकेट का वजन 3.8 टन है और 603 करोड़ रूपये इसकी लागत है। वहीं अब तक सिर्फ विश्व के तीन देशों अमेरिका, रूस व चीन ने चांद पर अपना यान उतारा है।

2008 में भारत ने चंद्रयान 1 लॉंच किया था। इस अभियान को इसरो का सबसे मुश्किल अभियान माना जा रहा है। भारतीय वैज्ञानिकों के लिए यह सबसे बडी खुशी होगी जब यान चांद की सतह पर उतरेगा। जब यान चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव के पास लैंड करेगा, तो ऐसा होते ही भारत चांद की सतह पर लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा।

चंद्रयान का चंद्रमा की सतह पर जाने का मकसद यह है कि चंद्रयान-2 चंद्रमा की सतह पर पानी की मात्रा का और मौसम का अध्ययन करेगा।