पानी को लेकर हुए झगड़े में परिवार वालों ने बहू को जिंदा जलाया

ख़बरें अभी तक। मध्य प्रदेश में पानी की समस्या पिछले वर्ष की तरह इस बार भी यूं ही बनी हुई है। ऐसे में पानी की किल्लत काफी बढ़ गई है। मध्य प्रदेश के बड़ोरा गांव में एक परिवार में पानी को लेकर इतना झगड़ा हुआ कि पूरे परिवार ने मिलकर अपनी बहू को जिंदा जला दिया। इस घटना के बात इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। कैसे सिर्फ पानी के लिए कोई अपनी बहू को इस तरह का बर्ताव कर सकता है।

घटना में पीड़ि‍त महिला 90 फीसदी तक झुलस गई है। उसे गंभीर हालत में भोपाल रेफर किया गया है। महिला के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके सास-सुसर सहित 6 लोगों के खिलाफ नामज़द रिपोर्ट दर्ज की है। यह सभी आरोपी फरार हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बडोरा गांव में रहने वाले साहू परिवार में कई दिनों से झगड़ा चल रहा था। परिवार में जमीन का बंटवारा हो गया था। परिवार के बेटे राजेश के हिस्से में जो जमीन आई थी उसमें सैप्टिक टैंक भी शामिल था, जबकि परिवार के हिस्से में जो जमीन गई उस पर हैंडपंप था।

इस हैंडपंप से पानी लेने पर आए दिन परिवार में झगड़ा होता था। परिवार के लोग राजेश और उसकी पत्नी को पानी नहीं भरने देते थे। गुरुवार सुबह भी इसी बात पर राजेश के परिवारवालों ने उसकी पत्नी द्वारका से झगड़ा किया और उसे केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी। द्वारका की चीख-पुकार सुनकर पति राजेश और उनकी बेटी दौड़ी। द्वारका आग की लपटों से घिरी थी और ससुरालवाले खड़े होकर उसे जलता देख रहे थे। जब तक पिता-पुत्री आग बुझाते द्वारका बुरी तरह झुलस चुकी थी।

राजेश आनन-फानन में उसे लेकर बैतूल गया। वहां डॉक्टरों ने बुरी तरह से झुलसी द्वारका को भोपाल रेफर कर दिया। पुलिस ने द्वारका के बयान के आधार पर आरोपी सास-ससुर, देवर-देवरानी और चचेरे ससुर सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। द्वारका ने अपने बयान में रामवती साहू, नारायण साहू, भाग्या साहू, ललिता साहू और बाली साहू का नाम लिया है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि इन सबने मिलकर उस पर मिट्टी का तेल छिड़क दिया और आग के हवाले कर दिया।