शिक्षकों को क्लासरुम से भेजनी पड़ेगी सेल्फी, नहीं तो कटेगी सैलरी

ख़बरें अभी तक। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लेट आने की समस्या काफी समय से सामने आ रही थी, जिसको लेकर अब बेसिक शिक्षा विभाग ने एक तरीका निकाला है। जिसके बाद शिक्षकों को अब क्लासरुम से सेल्फी भेजनी पड़ेगी। ये निर्णय शिक्षकों की लेटलतीफी से निपटने के लिए लिया गया है। अब शिक्षकों को अपनी क्‍लास शुरू करने से पहले अपनी क्‍लास से सेल्‍फी खींचकर अफसर को पोस्‍ट करनी होगी।

टीचर को ये काम सुबह आठ बजे से पहले करना होगा। ऐसा नहीं करने पर शिक्षकों की उस दिन की सैलरी कट जाएगी। विभाग ने इस प्रक्रिया को ‘सेल्फी अटेंडेंस मीटर’ का नाम दिया है। इसमें टीचरों को स्कूल पहुंचकर सबसे पहला काम एक सेल्फी लेकर विभाग के वॉट्सऐप ग्रुप पर पोस्ट करना है। इसी से उनकी स्कूल में उपस्थिति दर्ज मानी जाएगी। शिक्षा का स्‍तर सुधारने के लिए उत्‍तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में ये कदम अपनाया गया है।

इस जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी वीपी सिंह ने ये पहल की है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देशानुसार बाराबंकी के स्‍कूलों में सुबह-सुबह तमाम टीचर हाथों में सेल्फी स्टिक लेकर सेल्‍फी पोस्‍ट करते हैं। कई बार वे अकेले-अकेले भी सेल्फी लेते हैं, तो कभी अपने साथी टीचरों के साथ, फिर उसे बीएसए के वेब पेज पर पोस्ट करते हैं, जिनकी नजर हर सेल्फी पर होती है। अगर वे ऐसा समय पर नहीं करते हैं तो उनकी उस दिन की सैलरी कट जाती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 700 शिक्षकों की तनख्‍वाह कट चुकी है।

वहीं इस नियम के जारी होने के बाद शिक्षकों में काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि ये नियम गलत है। कभी कोई भी टीचर ट्रैफिक जाम में फंस सकता है। ज्‍यादातर टीचर्स ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, वहां पब्‍लिक ट्रांसपोर्ट आसानी से उपलब्‍ध नहीं होते। इंटरनेट की कनेक्टिविटी बेहद खराब होती है। ऐसे में शिक्षकों को बेहद समस्‍या होती है।