सीएम के आदेशों के बावजूद सिंचाई विभाग की लापरवाही, किसानों की सैंकड़ो एकड़ की फसल जलमग्न

ख़बरें अभी तक। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बरसाती नहरों की सीजन से पूर्व सफाई के आदेशों की रादौर में सिंचाई विभाग द्वारा की गई खानापूर्ति अब किसानो पर भारी पड़ती नजर आ रही है। लगातार रुक रुक कर हो रही वर्षा से बरसाती नहरे भी उफान पर आकर कहर बर्फा रही है, जिन खेतो में दिनरात कड़ी मेहनत और पैसा खर्च किसानो ने फसल तैयार की थी आज वहां हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। अपनी मेहनत पर फिरे पानी से किसानो के चेहरे पर जहां मायूसी छलक रही है, वही सिचाई विभाग की इस लापरवाही का गुस्सा भी साफ़ देखने को मिला।

आज जब गांव अंटावा में हमारी टीम मौके पर कवरेज करने पंहुची तो पत्रकारों के समक्ष इन किसानो ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा की ये सब नुक्सान सिंचाई विभाग के अधिकारियो की वजह से है।  उन्होंने आरोप लगाया की विभागीय अधिकारियो ने मोके पर आने की बजाए दो चार मजदूरों और जेसीबी मशीनों के माध्यम से इस बरसाती नहर राक्षी की सफाई केवल कुछ ही जगह कर मात्र खानापूर्ति के तौर पर की। जिनकी लापरवाही का खामियाजा आज किसानो को सेंकडो एकड़ में फसल की यूँ हुई बर्बादी रूप में झेलना पड़ा है। प्रभावित किसानो ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

सिंचाई विभाग के अधिकारियो द्वारा की गई इस लापरवाही बारे जब एसडीएम रादौर कंवर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा की जिन भी अधिकारियो की इस मामले में लापरवाही सामने आई है। उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। वही उन्होंने कहा की उन्हें जैसे ही नहर के ओवरफ्लो होने की सुचना मिली थी तभी सिंचाई विभाग के अधिकारियो को मोके पर भेज दिया गया था।