बढ़ते जलस्तर से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें

खबरें अभी तक। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण लक्सर वह खानपुर से होकर जाने वाली बाण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे ग्रामीणों के दिलों में दहशत बनी हुई है. नदी के तेज बहाव में कई पेड़ उखड़ गए हैं. बाणगंगा नदी के आसपास कहीं गांव भी तटबंध के किनारे बसे हुए हैं, नदी में आए तेज पानी के भाव से उनके ऊपर भी खतरा मंडराने लगा है. ग्रामीणों को डर है कि पिछले वर्ष की भांति बाढ़ का कहर इस बार भी ना झेलना पड़ जाए.

किसानों को इस बात का भी डर सता रहा है, कि अगर बाणगंगा नदी मैं लगातार बढ़ रहा पानी उनकी फसलों में घुस जाता है तो तैयार फसल खराब हो जाएगी. बाणगंगा नदी के आसपास करीब दर्जन भर गांव तटबंध के किनारे बसे हैं जिन पर नदी में जलस्तर बढ़ने के साथ ही खतरा मंडराने लगता है वैसे तो लक्सर तहसील के ज्यादातर गांव बाढ़ प्रभावित हैं. जिससे बाढ़ प्रभावित गांव के ग्रामीणों की फसलें नष्ट हो जाती हैं, और काफी नुकसान किसानों को झेलना पड़ता है.

राज्य में मानसून की बढ़ रही सक्रियता और बाण गंगा नदी व सोलानी नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बनी हुई है वहीं जब इस बाबत लक्सर उप जिला अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चार चौकियां बनाई गई हैं. जिसमें हमने चारों चौकियों को अलर्ट पर रखा हुआ है. जैसे कि पहाड़ों पर बारिश हो रही है और धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ रहा है सूचना मिलने पर प्रशासन टीम तैयार है.