ऊना : वन विभाग के प्रयासों से आगजनी की घटनाओं पर लगी लगाम

ख़बरें अभी तक। ऊना हिमाचल प्रदेश का सबसे गर्म जिला है जिस कारण गर्मियों में जंगलों में आगजनी की घटनाएं सामने आती रही है और वन विभाग को हर वर्ष लाखों का नुक्सान झेलना पड़ता है। लेकिन इस वर्ष फायर सीजन के मद्देनजर वन विभाग द्वारा शुरू किये गए विभिन्न कार्यक्रमों के तहत नुक्सान पर अंकुश पाने में कामयाबी मिली है।

जिला ऊना में 21238 हेक्टेयर फारेस्ट क्षेत्र है जिसमें हर साल आगजनी से लाखों का नुक्सान होता था अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2016 में आगजनी के 81 मामलों में 26 लाख से अधिक का नुक्सान हुआ वहीं 2017 में आग के 68 मामलों से करीब पौने 12 लाख का नुक्सान हुआ जबकि 2018 में आगजनी के मामलो का आंकड़ा बढ़कर 146 पहुँच गया था जिससे करीब 19 लाख का नुक्सान वन विभाग को हुआ था। लेकिन इस साल वन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान के साथ साथ अन्य कार्यक्रम शुरू किये जिससे यह आंकड़ा लाखों से हजारों में पहुँच गया और इस साल जंगलों में आगजनी के केवल 14 मामले ही सामने आये जिसमें केवल 45 हजार के करीब नुक्सान हुआ है।