अंतरराष्ट्रीय रेसलर की भाजपा नेत्री के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, मामले की जांच में जुटी पुलिस

ख़बरें अभी तक। लखनऊ में एक भाजपा नेत्री के मकान में हरदोई निवासी अंतरराष्ट्रीय रेसलर संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से लटका पाया गया। एक तरफ जहां महिला नेत्री ने रेसलर रेशम सिंह के शाम को नशे में आने व देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की बात कही,वहीं मृतक के भाई ने पुलिस की जांच रिपोर्ट आने से पहले किसी पर आरोप लगाने से इनकार कर दिया है। फिलहाल पुलिस गहनता से रेसलर की मौत की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है। रेसलर रेशम सिंह इंटरनेशनल पहलवानी में गोल्ड मैडल भी प्राप्त चुका है जिसको सीएम योगी ने सम्ममानि भी किया था।

मृतक रेशम सिंह (26) पुत्र राम सिंह हरदोई के कछौना थाना क्षेत्र के कुकुही गांव का रहने वाला था व वह विगत 24 फरवरी से भाजपा नेत्री रुखसाना नकवी के यहां उनके निजी सुरक्षाकर्मी के रूप में कार्य कर रहा था,, पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।

आपको बताते चलें कि ये पूरा मामला लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के सरफराजगंज का है। जहां भाजपा नेत्री रुखसाना नकवी के यहां रेशम सिंह बतौर उनके निजी सुरक्षा कर्मी के रूप में कार्य करता था। कुछ समय पहले वह अपने घर हरदोई आया था तथा शनिवार को भाजपा की सदस्यता लेने लखनऊ वापस आया हुआ था। जिसकी पूरी प्रक्रिया होने के बाद ही उसके सभी जरूरी दस्तावेज व मोबाइल खो गया था। जिसकी उसने पुलिस में शिकायत भी की थी।

बताया जा रहा है कि बीती रात मृतक भाजपा की मीडिया प्रभारी रूखसाना नकवी के घर पर ही रूका हुआ था और सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से उसका शव पंखे पर चादर के फंदे से लटका हुआ मिला है, जिससे पूरा मामला संदिग्ध माना जा रहा है।

ठाकुरगंज पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रूखसाना नकवी भाजपा अवध क्षेत्र मीडिया प्रभारी निवासी- 546/786 मौलाअली, सरफराजगंज ने सूचना दी कि उनके साथ पार्टी सदस्यता करवा रहे रेशम सिंह पुत्र राम सिंह हरदोई निवासी शनिवार की रात उनके घर पर अपने दोस्त वारिस गाजी के साथ आया था वह नशे में जैसा लग रहा था। सुवह जब दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा ना खुलने पर बाहर से दरवाजा खोला गया तो देखा कि रेशम सिंह कमरे में लगे छत वाले पंखे में चादर व दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया है, जिससे उसकी मृत्यु हो गयी है।

जिस पर पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर शव को कब्जे में लेते हुए मृतक के परिजनों को सूचित किया गया है लेकिन मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पायेगा।