ख़बरें अभी तक। पेंशन बहाली संघर्ष समिति के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने दादरी जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल की। इस दौरान धरने पर कर्मचारियों ने रोष प्रदर्शन करते हुए सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। जिलाध्यक्ष ताराचंद छिल्लर ने कहा कि वर्ष 2004 में सरकार द्वारा कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पेंशन नीति 1972 समाप्त करके पीएफआरडीए जिले के तहत नई बाजार आधारित अंशदाई पेंशन नीति लाई गई। जिसमें कर्मचारियों के वेतन का 10 प्रतिशत तथा उतना ही शेयर बाजार द्वारा कर्मियों के पेंशन फंड के तौर पर एसबीआइए यूटीआई और एलआइसी के तहत लगने वाले धन का ना तो न्यूनतम पेंशन का प्रावधान है तथा न ही निश्चित रिटन्र्स की कोई गारंटी।
ऐसी हालात में नई पेंशन स्कीम के तहत सेवानिवृत होने वाले कर्मियों का ठीक प्रकार से जीवन यापन नहीं हो पाएगा। दूसरी तरफ पुरानी पेंशन नीति वाले कर्मियों का वेतन से जीपीएफ काटने का प्रवधान है जिस पर निश्चित रिटन्र्स की गारंटी देती थी। सरकार पुरानी पेंशन बहाल करने सहित राज्य के वर्तमान तथा सेवानिवृत कर्मचारियों की मांगों को तुरंत लागू करे अन्यथा पेंशन बहाली संघर्ष समिति आगामी दिनों में बड़ा आंदोलन करेगी। धरने पर कई कर्मचारी संगठनों के सदस्य भी समर्थन में पहुंचे।