इस शख्स ने बैंक में लूट की वारदात को सिर्फ इसलिए दिया अंजाम ताकि जेल जाकर करवा सके अपना इलाज

ख़बरें अभी तक। दक्षिण कोरिया में पिछले कुछ दिनों में एक बेहद ही अजीब घटना घटित हुई। जहां एक शख्स ने बैंक केवल इसलिए लूटा क्योंकि उसको पीठ दर्द की बीमारी थी और वह अपना इलाज करवाना चाहता था। जी हाँ यह आपको सुनकर थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन इस 40 वर्ष के शख्स ने सच में इस घटना को अंजाम दिया है। तो चलिए आपको पूरा मामला बताते है।

एक शख्‍स हाथ में चाकू लेकर बैंक पहुंचा और बैंक में अफरा-तफरी मच गई। बैंक पहुंचकर उसने सिर्फ कर्मचारियों को नकली चाकू से डराया। ना पैसे मांगे, ना ही कुछ और। बैंक के कर्मचारी ने पुलिस को फोन लगाया तभी कुछ ही मिनटों के अंदर पुलिस भी आ गई और फिर शख्‍स को गिरफ्तार कर लिया गया। बैंक के स्‍टाफ ने पुलिस को बताया कि वह आदमी अपने तौर-तरीकों से भी लुटेरा नहीं लग रहा था। ना ही गिरफ्तारी के वक्‍त उसने खुद को बचाने की कोशिश की।

लेकिन जब बाद में उस लुटेरे को सुरक्षाकर्मियों ने काबू में किया, तो पता चला कि चाकू नकली है और मामला कुछ और ही है। बता दें कि सियोल शहर से 90 मील की दूरी पर Daejeon में यह बैंक है। गिरफ्तारी के बाद 40 साल के शख्‍स ने पुलिस को अपनी पूरी योजना बताई। उसकी योजना को सुनकर पुलिस ने उसके ऊपर सिर्फ डराने-धमकाने का चार्ज लगाया। वहीं शख्‍स ने बताया कि वह लूट की एक्‍ट‍िंग कर जेल जाना चाहता है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लुटेरा बहुत ही सौम्‍य शख्‍स है। वह खिलौने वाला चाकू लेकर बैंक पहुंचा था। वहीं पुलिस ने बाद में खुलासा कि वह शख्‍स असल में बेरोजगार है और अपनी मां के साथ रहता है। उसका इरादा बैंक लूटने का नहीं था। असल में वह गिरफ्तार होकर जेल जाना चाहता था ताकि अपना इलाज करवा सके। वह शख्‍स पीठ दर्द की बीमारी से ग्रस्‍त है। इलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं हैं, इसलिए उसने फर्जी लूट का यह प्‍लान बनाया।

बता दें कि दक्ष‍िण कोरिया में 2017 से ही बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2017 से देश की आबादी का 30 फीसदी हिस्‍सा बेरोजगार है। सर्दी के मौसम में यह आंकड़ा बढ़कर 43 फीसदी तक पहुंच जाता है। नवंबर 2018 में 909,000 लोग बेरोजगार पाए गए। जबकि फरवरी 2019 में देश में बेरोजगारों की संख्‍या 1.3 मिलियन थी। दक्ष‍िण कोरिया की सरकार युवाओं और बूढ़ों के मेडिकल खर्च का 67 फीसदी पैसा रीइम्‍बर्स कर देती है। सरकार ने घोषण की है कि वह 2022 से सभी नागरिकों को हेल्‍थ इंश्‍योरेंस की सुविधा देगी।