ऊना: टाहलीवाल में नमाज अदा करने को लेकर उपजा विवाद, ग्रामीणों ने सार्वजनिक स्थान पर नमाज अदा करने का किया विरोध

ख़बरें अभी तक। ऊना की नगर पंचायत टाहलीवाल की सार्वजनिक भूमि पर नमाज अदा करने को लेकर विवाद बढ़ गया है। आज विभिन्न हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय वाशिंदों के साथ मिलकर नमाज अदा करने वाले स्थल पर पहुंचकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। मामले की भनक लगते ही विवादित स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं स्थानीय नगर पंचायत के सदस्यों और पुलिस द्वारा मुस्लिम वर्ग को विवादित स्थल पर नमाज अदा ना करने की अपील के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग विवादित स्थल पर नहीं पहुंचे जिस कारण माहौल शांतिपूर्वक रहा।

नगर पंचायत टाहलीवाल की सार्वजनिक भूमि पर नमाज अदा करने को लेकर उपजा विवाद आज उग्र हो गया। सुबह से ही विभिन्न हिंदू संगठनों के लोगों ने टाहलीवाल बाजार में एकत्रित होकर विवादित स्थल तक रोष रैली निकाली। भीड़ ने एक ओर जहां जय श्री राम, वीर बजरंगी, भारत माता की जय व वंदे मातरम् के उद्घोष लगाएं, वहीं विवादित स्थल पर हनुमान चलीसा का पाठ किया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सुबह से टाहलीवाल बाजार से लेकर विवाद स्थल तक भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। बता दें कि टाहलीवाल नगर पंचायत की सार्वजनिक भूमि पर हर शुक्रवार को मुस्लिम वर्ग द्वारा नमाज अदा की जाती थी। ग्रामीणों का आरोप है कि सार्वजनिक भूमि पर स्थानीय मुस्लिम वर्ग के अलावा पंजाब, दिल्ली, हरियाणा व हिमाचल के अन्य हिस्सों मुस्लिम पहुंचते है, जिससे की क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि मामले को लेकर कई बार पंचायत व प्रशासन के आगे भी गुहार लगाई, लेकिन आज दिन तक किसी ने भी हमारी बात की ओर गौर नहीं किया। जिस कारण अब मजबूरन विरोध करना पड़ा।

वहीं हिन्दू संगठनों के नेताओं ने मुस्लिम समुदाय पर नगर पंचायत की भूमि पर ज़बरन कब्ज़ा कर नमाज पढ़ने और रास्ता रोके जाने का आरोप लगाया, यही नहीं दूसरे समुदाय पर इलाके का माहौल खराब करने का आरोप भी जड़ा। हिन्दू संगठनों के नेताओं ने कहा कि हिमाचल को मेरठ, कैराना और बंगाल नहीं बनने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू शुरू से ही धर्म निरपेक्ष रहा है। अगर कोई हमारी धर्म की अवमानना करेगा, तो हम सहन नहीं करेंगे।

वहीं मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधि ने बताया कि मुस्लिम समुदाय 1984 से इस भूमि पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है। वर्ष 1986 में दौरान विभाग की खामियों के चलते इस भूमि को नगर पंचायत के अधीन कर दिया गया है, जिसकी दरुसती के लिए राजस्व विभाग धर्मशाला में केस डाला गया है। उन्होंने कहा कि जो भी कोर्ट का निर्णय होगा वह मान्य होगा। उन्होंने कहा कि जब तक इस मसले का कोई हल नहीं निकलता, तब तक अपनी मलकियत पर बने स्थान पर ही नमाज अदा करेंगे।

वहीं हरोली के तहसीलदार देवराज भटिया ने कहा कि नगर पंचायत टाहलीवाल के नंगल कलां में भूमि के विवाद की शिकायत को लेकर जांच की जा रही है।