UP: महिला ने अपने पति की पिता और भाई संग मिलकर की हत्या

ख़बरें अभी तक। शादी को जन्मों जन्म के रिश्ते के नाम से भी जाना जाता है लेकिन संभल में एक महिला ने पहले तो अपने पति से शादी की और अपने ही पिता और भाई के साथ मिलकर अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया, इस हैरान करने वाली घटना से जब पर्दा उठा तो सब दंग रह गए।

पूरा मामला थाना बहजोई के ग्राम अतरासी का है जहां थाना हयातनगर के रहने एक गंव निवासी राजेन्द्र ने अपनी बेटी शिवधारा की शादी बहजोई थाना क्षेत्र के ग्राम अतरासी के रहने वाले मोरध्वज से कुछ साल पहले कराई थी शादी के कुछ समय बाद तक तो सब ठीक ठाक चला, लेकिन एक दिन आरोपी पत्नी ने अपने पिता और अपने दो भाईयों के साथ मिलकर अपने पति को गले मे रस्सी का फंदा लगाकर उसको मौत के घाट उतार दिया और उसको एक पेड़ पर टांग दिया और हत्या को खुदखुशी में तब्दील कर दिया जब पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो आरोपियों वहां भी डॉक्टरों से सांठ गांठ करके विसरे की रिपोर्ट में बदलाव करा दिया।

लेकिन जब दूर के परिजनों को शक हुआ तो परिजनों ने विसरे का दोवारा मेडिकल कराया तो उसमें साफ हो गया कि मृतक मोरध्वज की गला दबाकर हत्या की गई है, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और पुलिस ने शिवधारा के पिता और उसके दो भाई रूमसिंह और नेमपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पूछताछ में पता लगा कि शिवधारा के पिता राजेन्द्र ने अपनी बेटी की शादी मोरध्वज से 40 बीघे जमीन के लालच में कराई थी क्योंकि मोरध्वज परिवार में अकेले था उसकी ना तो कोई बहन थी और ना ही कोई भाई। पिता की शादी से पहले ही मृत्यु हो गयी थी। इसलिए आरोपी ने उसकी जमीन हथियाने के लिए अपनी ही बेटी को निशाना बनाया और उसकी मोरध्वज से शादी करा दी।

शादी के कुछ साल बाद 14 सितंबर 2019 को आरोपियों ने मोरध्वज को मौत के घाट उतार दिया। जिसका पहली रिपोर्ट में मौत के कारण का पता नहीं चला, लेकिन बाद में जब विसरे का दोबारा मेडिकल किया गया तो मामले से पर्दा उठा। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी ससुर, और उसके 2 सालो को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीं आरोपी पत्नी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जल्द गिरफ्तारी की बात कह रही है। पति पत्नी के रिश्ते को कलंकित करनी वाली इस घटना से हर कोई हैरान है। लेकिन सवाल ये भी है कि पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट आखिर क्यों सही नहीं आई। क्या डॉक्टरों ने आरोपियों के साथ मिलकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत की और अगर ये सही है तो इस मामले में डॉक्टरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।