आखिर कासगंज की हिंसा कब होगी शांत

खबरें अभी तक।पुलिस ने एक आरोपी के घर से एक देशी बम और पिस्तौल भी बरामद किया गया। इलाके में स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है।

कासगंज: गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में ‘तिरंगा यात्रा’ के दौरान भड़की हिंसा तीसरे दिन दिन शांत रही। पुलिस ने बताया कि हत्या के आरोप में अब तक 32 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि  इनके अलावा 51 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अब स्थिति पूरी तरह काबू में है। अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार ने कहा, ‘आज कोई घटना नहीं हुई है, स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया है।’

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक चंदन अभिषेक के शोक संतप्त माता-पिता को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है, जो सोमवार को काजगंज में दिया जाएगा।

इलाके में स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि एक आरोपी के घर से एक देशी बम और पिस्तौल भी बरामद किया गया।

हालात सुधारने के उपायों पर चर्चा के लिए रविवाह को शांति समिति की बैठक हुई। अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि हालात को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि आज शहर के नदरई गेट इलाके के बाकनेर पुल के पास एक गुमटी में आग लगा दी गई। नामजद आरोपियों के घरों पर दबिश दी जा रही

मालूम हो कि गणतंत्र दिवस पर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा कासगंज के बड्डूनगर में मोटरसाइकिल रैली निकाले जाने के दौरान दोनों पक्षों के बीच पथराव और गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी तथा एक अन्य जख्मी हो गया था। वारदात के दूसरे दिन भी शहर में हिंसा जारी रही। उपद्रवियों ने तीन दुकानों, दो निजी बसों और एक कार को आग के हवाले कर दिया था।