दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने पहली बार की ‘मन की बात’

ख़बरें अभी तक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने है उन्होंने 30 मई को दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं आज दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार ‘मन की बात’ कर रहे है। बता दें कि उनका ये कार्यक्रम करीब 4 महीने बाद हो रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ के अंतिम कार्यक्रम में कहा था कि स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं को ध्यान में रखते हुए इस प्रोग्राम को कुछ समय के लिए रोक रहे हैं> प्रधानमंत्री ने कहा था, मार्च महीने में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, वह भी इस बार बतौर प्रत्याशी चुनाव में जा रहे हैं। ऐसे में जब आचार संहिता लागू होगी तो वह मन की बात नहीं कर पाएंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात में मुझे इतनी चिट्ठियां आती हैं, इतने टेलीफोन कॉल आते हैं, इतने संदेश मिलते हैं लेकिन शिकायत का तत्व बहुत कम होता है और किसी ने कुछ मांगा हो, अपने लिए मांगा हो, ऐसी तो एक भी बात, गत पांच वर्ष में मेरे ध्यान में नहीं आती. आप कल्पना कर सकते हैं, देश के लिए पीएम को चिट्ठी लिखे, लेकिन खुद के लिए कुछ मांगे नहीं, ये देश के करोड़ों लोगों की भावना कितनी ऊंची होगी।

पीएम मोदी ने कहा कि  पानी के महत्व को ध्यान में रखते हुए, देश में एक नया जलशक्ति मंत्रालय स्थापित किया गया है। यह सभी जल मुद्दों पर त्वरित निर्णय लेने में मदद करेगा। मैंने ग्राम प्रधानों को जल संरक्षण के महत्व और ग्रामीण भारत में इस विषय पर जागरूकता पैदा करने के लिए कदम उठाने के लिए एक पत्र लिखा।

‘मन की बात’ देश और समाज के लिए आइने की तरह है. ये हमें बताता हां कि देशवासियों के भीतर मजबूती, ताकत और टैलेंट की कोई कमी नहीं है। कई सारे संदेश पिछले कुछ महीनों में आए हैं जिसमें लोगों ने कहा कि वो ‘मन की बात’ को मिस कर रहे हैं. जब मैं पढता हूं, सुनता हूं मुझे अच्छा लगता है। मैं अपनापन महसूस करता हूं। कई लोगों ने मुझे चुनाव की आपाधापी में, मैं केदारनाथ क्यों चला गया, बहुत सारे सवाल पूछे हैं। आपका हक है, आपकी जिज्ञासा भी मैं समझ सकता हूं।

आप कल्पना कर सकते हैं कि इस प्रकार के चुनाव संपन्न कराने में कितने बड़े स्तर पर संसाधनों की और मानवशक्ति की आवश्यकता हुई होगी। लाखों कर्मियों की दिन-रात की मेहनत से चुनाव संपन्न हो सका.सैन्य कर्मियों ने भी परिश्रम की पराकाष्ठा की।

भारत में 2019 के लोकसभा चुनाव में 61 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट दिया। यह संख्या हमें बहुत ही सामान्य लग सकती है, लेकिन अगर दुनिया के हिसाब से देखें और चीन को छोड़ दिया जाए तो भारत में दुनिया के किसी भी देश की आबादी से ज्यादा लोगों ने मतदान किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं केरल की अक्षरा लाइब्ररी के बारे में पढ़ रहा था। लाइब्रेरी इडुक्की हर किसी को नई राह दिखा रही है। जो भी पोरबंदर के कीर्ति मंदिर जायें वो उस पानी के टांके को जरुर देखें। 200 साल पुराने उस टांके में आज भी पानी है और बरसात के पानी को रोकने की व्यवस्था है, ऐसे कई प्रकार के प्रयोग हर जगह पर होंगे।