नीमच जेल से कैदियों को भगाने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार

ख़बरें अभी तक। मधयप्रदेश की नीमच जिले की जेल से फरार हुए चार कैदियों को भगाने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नीमच के एसपी राकेश सगर ने इसकी पुष्टि की है। आरोपी विनोद मादक पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) मामले में जेल जा चुका है। जमानत मिलने के बाद भी वो जेल में आया करता था। 11 जून को ही वो जमानत पर बाहर आया है। नीमच जेल कांड की प्रारंभिक जांच में पता चला कि चारों कैदियों को यह जानकारी तीन दिन पहले ही मिल गई थी कि जेल अधीक्षक आरपी वसुनिया 22 जून की रात तक नीमच से बाहर एक मीटिंग में रहेंगे। वे मोबाइल के जरिए बाहरी मददगारों के पहले से ही संपर्क में थे।

जेल सूत्रों के मुताबिक बीते 4 दिन से चारों कैदी बैरक नंबर-11 में 27 बंदियों के साथ रात-रात भर जाग रहे थे। पुलिस ने बैरक काटने में उपयोग किए गए आरी के पत्ते को बरामद कर लिया है। यह नया और काफी पतला है। धार वाले हिस्से का रंग तक नहीं निकला था, इससे इस कांड में स्टाफ की मिलीभगत की शंका बढ़ गई है। अधिकारियों ने पाया कि जेल में एक भी कैमरा नहीं था। 30 फीट ऊंची दीवारों पर इलेक्ट्रिक तार फैंसिंग नहीं की गई, जो कि मापदंडों के खिलाफ है। बता दें कि नीमच जिले की जेल से चार कैदी रविवार की सुबह दीवार कूद कर फरार हो गए थे। फरार कैदियों के नाम दुबे लाल (19), पंकज (21), लेख राम (29) और नारसिंह (20) बताए जा रहे हैं।