ऊना की सड़कों पर दौड़ रही मौत की सवारी, बिना फिटनेस सड़कों पर दौड़ रही 28 निजी बसें

ख़बरें अभी तक। ऊना जिला में 28 निजी बसें बिना फिटनेस, बिना बीमा और बिना टैक्स अदायगी के सड़क पर सरपट दौड़ रही है। इन सभी बसों पर सरकार का लाखों रूपये का टैक्स भी बकाया है। पिछले कई बर्षों से ऊना में सवारियों की जान को जोखिम में डालकर यह खेल खेला जा रहा है लेकिन परिवहन विभाग है की कुंभकर्णी नींद से जागने का नाम नहीं ले रहा है। निजी बस आपरेटर भी परिवहन विभाग की अनदेखी से खासे खफा है। क्योंकि कई बार शिकायत करने के बाबजूद भी सरकार और प्रशासन इस पर कार्रवाई करने में नाकाम साबित हुए है।

पिछले कुछ अरसे से हिमाचल प्रदेश में बसों के बड़े बड़े हादसे पेश आ चुके है। जिसमें सैंकड़ों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे है। लेकिन इसके बाबजूद भी सरकार और प्रशासन बिना नियमों के सड़क पर मौत की सवारी बनकर दौड़ रही बसों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे है। ऊना जिला में 28 निजी बसें सरकारी नियमों को ठेंगा दिखाते हुए बिना फिटनेस, बिना इंश्योरेंस और बिना टैक्स अदायगी के सवारियों को ढो रही है,

वहीं इन बसों पर सरकार का लाखों रुपये टैक्स भी बकाया है। परिवहन विभाग इन बसों के आपरेटरों से ना ही बकाया टैक्स की भरपाई कर पाया है और ना ही इनसे नियमों की पालना करवाई जा रही है। इस पूरे मामले का खुलासा करीब एक साल पहले ली गई RTI में हुआ था। RTI के तहत दी गई सूचना में विभाग ने माना है। कि जिला में 28 बसें ऐसी है जिन्होंने ना ही बसों की फिटनेस करवाई है ना ही इन वाहनों की इंश्योरेंस है और ना ही पिछले लंबे समय से इनके द्वारा स्पेशल रोड़ टैक्स और टोकन टैक्स की अदायगी की गई है।

जिसके बाद निजी बस ऑपरेटरों ने कई दफा सरकार, विभाग और प्रशासन से ऐसी बसों पर लगाम लगाने की मांग उठाई लेकिन आजदिन तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। निजी बस ऑपरेटरों की माने तो विभाग की इस लापरवाही से अगर आने वाले समय में कोई बड़ा हादसा होता है तो इसकी जिम्मेवारी किसकी होगी। निजी बस आपरेटर पवन ठाकुर ने चेतावनी दी है कि अगर इन बसों से कोई हादसा होता है तो प्रशासन और परिवहन विभाग के अधिकारीयों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाएं जायेंगे।

वहीं आरटीए सदस्य महेंद्र मनकोटिया ने कहा कि उनके ध्यान में यह मामला आया है और सरकार से होने वाली आगामी बैठक में इस मुद्दे को प्राथमिकता से उठाया जायेगा।

वहीं RTO ऊना के पास इस बार भी वो ही रटा रटाया जबाब मिला की ऐसे बस आपरेटरों को नोटिस जारी किये गए है। लेकिन बना फिटनेस सड़क पर बसें दौड़ने के सवाल पर जनाब RTO साहिब अक्सर चालान का दावा करके अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ते दिखे।