कठुआ गैंगरेप मामला- कुछ इस तरह हुआ था मासूम के साथ अन्याय

खबरें अभी तक। जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुई घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया.  हैवानों ने 8 साल की मासूम के साथ गैंगरेप करने के बाद बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. इस मामले में आज पठानकोट की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई जहां 6 आरोपियों को दोषि करार दे दिया गया वहीं एक आरोपी को निर्दोष करार दे दिया गया. सभी दोषियों को कुछ ही देर में सजा सुनाई जाएगी. कोर्ट ने इस केस के एक आरोपी विशाल को बरी कर दिया है.

क्या था पूरा मामला- 

जम्मू कश्मीर के कठुआ के गांव रासना के आस-पास कुछ अल्पसंख्यक बकरवाल आकर रहने लगे थे. इसी गांव के देवीस्थान मंदिर का सेवादार व ग्राम प्रधान सांझी राम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को गांव से हटाना चाहता था. राजस्व अधिकारी के पद से रिटायर सांझी राम पड़ोस की आठ साल की लड़की को रोज जंगल जाते देखता था और तभी से उसकी नियत में खोट और लालसा जागी. सांझी राम ने अपने नाबालिग भतीजे को भी इस जुर्म में शामिल किया. मंदिर के सेवादार और ग्राम प्रधान सांझी राम ने 8 साल की मासूम को अगवा कर उसे मंदिर में बधक बनाकर रखा. कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक मंदिर के प्रार्थना कक्ष में ही मासूम को बंधक बनाकर रखा गया था. लगातार 8 दिनों तक उसे वहीं बंधक बनाकर रखा गया और उसके साथ 8 दिनों तक लगातार रेप होता रहा. दाखिल चार्जशीट के मुताबिक सबसे पहले सांझी राम के नाबालिग भतीजे ने मासूम के साथ रेप किया और उसके बाद वह अपने मित्र मन्नू को भी रेप करने के लिया बुलाता है. बाद में वह अपने चाचा सांझी राम को जानकारी देता है और सांझी राम बेहोशी की दवाई लेकर पहुंचता है और दोनों मिलकर लगातार बच्ची के साथ रेप करते रहते हैं. लगातार बच्ची को पिटते रहते हैं और रेप करते रहते हैं. सांझी राम का नाबालिग भतीजा मेरठ में अपने दोस्त को भी फोन कर रेप करने के लिए बुलाता है और उसका दोस्त विशाल अगली ही ट्रेन से कठुआ पहुंचकर बच्ची से रेप करता है.

तलाश करते हुए पहुंची पुलिस ने भी उठाया फायदा-

मामले की खोजबीन करते हुए जांच अधिकारी और स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खूजूरिया जांच करते-करते मंदिर पहुंच जाता है. चार्जशीट के मुताबिक दीपक खूजूरिया मंदिर पहुंचता तो है लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाय उनका साथ देता है और खुद भी जुर्म में शामिल हो जाता है. दीपक खूजूरिया ने आरोपियों को ब्लैकमेल किया और एक लाख की मांग रखी. उसका मन इतने में भी नहीं भरा. जब सांझी राम ने मासूम को मारने की बात कही तो दीपक खूजूरिय का जवाब मिलता है कुछ देर रुक जाओ मुझे भी कुछ कर लेने दो उसके बाद मार देना. उसके बाद कानून के इस भक्षक ने मासूम के साथ रेप किया और अपनी हवस बुझाई.  लगातार 8 दिनों तक मासूम को बंधी बनाकर रेप किया गया और अंत में बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई. हैवानों ने पहले बेहोशी की हालत में बच्ची का गला घोंटकर उसको मार डाला बाद में पत्थर से उसका सिर कुचल दिया और जंगल में फेंक दिया. अदालत में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक सांझी राम उसका बेटा विशाल , सब इंस्पेक्टर, आनंद दत्त, दो विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खूजूरिया और सुरेंद्र वर्मा, हेड कांस्टेबल तिलक राज और स्थानीय निवासी प्रवेश कुमार पर रेप मर्डर और सबूत मिटाने के मामले दर्ज किए गए हैं.