बुद्ध पूर्णिमा के दिन व्रत रखने से होती है आर्थिक तंगी दूर

ख़बरें अभी तक। 18 मई, आज बुद्ध पूर्णिमा है आज के दिन वैशाख पूर्णिमा मनाई जा रही है. बौद्ध और हिंदू दोनों ही धर्म के लोग इस दिन भगवान बुद्ध के जन्मोत्सव की खुशी में जश्न मनाते हैं. इस दिन बौद्ध धर्म की आधारशिला रखने वाले महात्‍मा बुद्ध (Mahatma Buddha) का जन्म हुआ था. हिंदू धर्म की मान्यता है कि महत्मा बुद्ध भगवान विष्णु के अवतार हैं. इसलिए हिंदू भी इस त्योहार को पूरे धूमधाम के साथ मनाते हैं. इसी दिन गौतम बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे महाज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इसलिए इसी दिन उनका निर्वाण दिवस भी होता है.

हिन्दू पंचांग के मुताबिक, वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. बुद्ध पूर्णिमा 18 मई 2019 को सुबह 04 बजकर 10 मिनट से शुरू हो जाएगी. वहीं 19 मई 2019 को सुबह 02 बजकर 41 मिनट तक पूर्णिमा समाप्त हो जाएगी. धार्मिक मान्यता के अनुसार, वैशाख माह की पूर्णिमा के रात ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था. उन्हें भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना जाता है.

वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु के बचपन के मित्र सुदामा उनसे मिलने द्वारका पहुंचे थे. बातचीत के दौरान सुदामा ने कृष्ण से अपनी खराब आर्थिक दशा का जिक्र किया. जिस पर कृष्ण ने सुदामा को सत्यविनायक उपवास पूरे मन से करने की सलाह दी. मित्र की सलाह मानते हुए गरीब सुदामा ने ये व्रत किया और उनकी आर्थिक तंगी दूर हो गई.

इस दिन स्नान के बाद पूजाघर में भगवान विष्णु के सामने घी का दिया जलाकर पूजा-अर्चना करें. हाथ में फूल लेकर व्रत का संकल्प करें. पूरे घर में गंगाजल से पवित्रीकरण करें. इसके बाद मेनगेट पर हल्दी, रोली और आटे की सहायता से स्वास्तिक बनाएं. शाम के समय बोधिवृक्ष के नीचे दिए जलाएं. इसके बाद पेड़ की जड़ों में दूध में फूल मिलाकर अर्पित करें.