खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश की सियासत में पूर्व कांग्रेस सरकार में आये फोन टैपिंग कांड का जिन्न एक बार फिर से बदले हुये अंदाज में बाहर आने वाला है। पूर्व रिटायर्ड डीजीपी रह चुके आई डी भंडारी ने इस पूरे प्रकरण पर एक किताब लिख डाली है और इसे परसों यानि पहली मई को रिलीज करने वाले हैं। उनका दावा है कि यह किताब न केवल उन इमानदार और निष्ठावान अधिकारियों के लिये ही प्रेरणा स्त्रोत बनेगी बल्कि खुद को जनता की नजर में ईमानदार कहलाने वाले और परदे के पीछे छिपे भ्रष्ट नेताओं की भी पोल खोलने में सहायक होगी।
बिलासपुर में आयोजित एक प्रैस कॉन्फ्रेंस में भंडारी ने कहा कि “मिड नाईट रेड” शीर्षक के नाम से प्रकाशित की जा रही इस किताब में वह सब वर्णन संकलित किया गया है जो उस समय के अधिकारियों ने अपने आकाओं के कहने पर आधी रात को एक अधिकारी को प्रताडित किया था। उन सबके साथ उन राजनेताओं को भी इसमें एक्सपोज करने का प्रयास किया गया है।
भंडारी ने कहा कि लोकतंत्र में कानून सर्वोपरि है और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेवारियों को निर्वहन कानून के दायरे में ही रह कर करना चाहिये जिससे वह बेखौफ जीवन जी सकते हैं।
बता दें कि फोन टैंपिग कांड प्रकरण पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में उछला था जिसमें सीआईडी पर तत्कालीन धूमल सरकार के कहने पर कांग्रेस नेताओं के फोन टैप करने के आरोप लगे थे। मामले ने समाचार पत्रों में काफी सुर्खियां बटोरी थी।