कांग्रेस और बीजेपी के घोषणापत्र में किसानों के लिए क्या है खास, जानने के लिए पढ़िए ये रिपोर्ट

खबरें अभी तक। कांग्रेस के बाद अब बीजेपी ने भी आज अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र 2 अप्रैल को जारी किया था जिसके बाद से बीजेपी लगातार कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साध रही है. इसी के चलते आज बीजेपी ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में रोजगार, शिक्षा, किसानों को लेकर भी बड़े बड़े वादे किए हैं. अब आपको बताते हैं कि बीजेपी और कांग्रेस के घोषणा में किसानों को लेकर क्या कुछ भिन्नताएं हैं-

कांग्रेस के घोषणापत्र में किसानों के लिए क्या हैं सुविधाएं

कांग्रेस द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र में किसानों को लेकर बड़े बड़े वादे किए गए हैं कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किसानों के लिए अलग बजट लाने का वादा किया है. इसी के साथ कांग्रेस ने किसानों की आय को ध्यान में रखते हुए कहा है कि अगर किसान बैंकों से पैसा लेते हैं और किसी कारणवस इस पैसे को चुकाने में असमर्थ रहते हैं तो उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज नहीं किया जाएगा, किसानों पर सिविल मामला दर्ज किया जाएगा और राहत पैकेज दिये जाएंगे. इसी के चलते कांग्रेस ने ये भी वादा किया है कि अगर इस बार कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो ‘न्याय’ स्कीम शुरु करेगी जिसके तहत देश के 20% गरीब परिवारों को 72,000 रुपये सालाना दिया जाएगा यानी 6,000 रुपये महिना.

किसानों के लिए क्या कहता है बीजेपी का घोषणापत्र

बीजेपी ने आज अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के लिए 25 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी इसके अलावा देश के सभी किसनों को किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा. बीजेपी का कहना है कि किसानों को सालाना आय सहायता के लिए 6,000 रुपये देंगे और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले किसानों को पेंशन भी दी जाएगी. अब किसके घोषणा पत्र में कितना दम है ये तो जनता ही तय करेगी. अब देखना ये होगा की सरकार बनाने के लिए पार्टियां जो वादे कर रही है क्या सरकार बनने के बाद उसे पूरा कर पाएगी?