ख़बरें अभी तक। कानपुर देहात के अमरौधा ब्लॉक के ट्यूंगा गांव में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. यहां पर सातवीं कक्षा में पड़ने वाली एक नाबालिग छात्रा को गांव के कुछ दबंगो ने अपनी हवस का शिकार बनाया है. हैरानी की बात यह है कि जब पीड़ित छात्रा का परिवार इंसाफ के लिए पुलिस थाना में गया तो पुलिस ने परिवार को बेरंग वापिस भेज दिया जिसके बाद दरिंदो के हौंसले और बुलंद हो गए और इसके बाद युवकों ने पीड़िता की बड़ी बहन के साथ भी दुष्कर्म कर डाला .
बेहोशी की हालत में पीड़ित छात्रा की बहन को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर पीड़िता जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है. वही इतनी बड़ी वारदात होने के बाद भी कानपुर पुलिस की निंद अभी तक नहीं खुल पाई है.
जानकारी के अनुसार अमरौधा ब्लॉक के ट्यूंगा गांव में युवक दीपू ने अपने परिवार के दो सदस्यों के साथ मिलकर गांव की ही नाबालिग छात्रा के साथ दुराचार की घटना को अंजाम दिया . यही नहीं इन्साफ की आस में जब अपने परिवार के साथ पीड़िता पुलिस थाने के चक्कर लगाती रही तो, इस दौरान दीपू ने साथियो के साथ रेप पीड़िता की बड़ी बहन को पकड़ लिया और उसकी भी अस्मत लूट ली.
जब युवती ने इसका विरोध किया तो उसके साथ जमकर मारपीट कर उसे बेहोशी की हालत में छोड़कर युवक फरार हो गए. दो बहनो से दुराचार के बाद भी पुलिस ने दरिंदों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.जिसके बाद अब पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए है.
इस मामले में जब पुलिस से बात की गई तो इंस्पेक्टर सट्टी दिग्विजय सिंह ऑफ द रिकॉर्ड सफाई देने में जुट गए और खुद को बेदाग़ बता डाला और महज़ मामूली विवाद बता कर पल्ला झाड़ लिया. इंस्पेक्टर ने कहा कि पुलिस ने दोनों की एफ आई आर दर्ज कर दी है .