आपरधियों ने शराब का कारोबार करने वाले व्यक्ति पर चलाई गोलियां

ख़बरें अभी तक। अवैध शराब का कारोबार करने वाले एक युवक पर जेल से फरार दो अपराधियों ने अपने साथी के साथ मिलकर शराब कारोबारी के घर पर चलाई गोलियां, परिवार के अन्य लोग गोली लगने से बाल बाल बचे, घर में खड़ा एक बच्चा गोली लगने से मामूली रूप से घायल हो गया,  वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंच गोली के खोल बरामद किये और कार्रवाई शुरू कर दी। यमुनानगर के जगाधरी में श्री नगर कॉलोनी मे देर रात बाईक सावार 3 आपरधियों ने शराब का कारोबार करने वाले व्यक्ति पर गोलियां चला कर फरार हो गए, बताया जा रहा है कि जिस घर पर अपराधियों ने गोलियां चलाई वो घर अवैध रूप से शराब बेचने का काम करने वाले रिषी का है।

कुछ दिनों पहले पवन राठी और सतीश राठी ने रिषि को अगवाह करके उस से पैसो कि मांग कि थी,  और रिशी का शराब का काम अच्छा चलते देख आपराधियों ने उसे से एक लाख रूपए महीने देने की मांग करने लगे, लेकिन जब बदमाशो को पैसे नहीं मिले तो उन्हे रिषि को पहले मोबाईल पर मैसेज किया और फिर फोन पर एक लाख रूपये महीने कि मांग करने लगे। देर रात बदमाशों ने रिषि के घर पहुंच वहां पर दो रांउड फायर किये, एक गोली छत से टकराकर 12 साल के बच्चे की टांग पर लगने से बच्चा मामूली रूप से घायल हो गया।

पुलिस का कहना है कि जैसा कि इनके घरवालों ने बताया कि पहले भी सतीश राठी और पवन राठी रिषि को उठाकर ले गये थे लेकिन हमारे पास इसकी कोई कंप्लेन नही आई थी, रिषि के खिलाफ जगाधरी थाने में 5- 6 मुकद्मे दर्ज है और ये जो रिषि है गैर कानूनी तरीके से शराब बेचता है, सतीश राठी और पवन राठी जेल में सजा काट रहे हैं जो कि परोल पर आए हुए हैं, पुलिस ने रिषि के पिता के बायान के आधार पर आपरधियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, पुलिस ने गोली वाली जगह की बारीकी से जांच करके मौके से बुलेट के खोल बरामद किये है और आगे की जांच शुरू कर दी है।

वहीं जिस घर पर गोली चली उन्होंने ने बताया कि मेरा पति ठेके से शराब लेकर बेचता है, जिसमे हमारे घर का खर्च बड़ी मुश्किल से चलता है, कुछ दिन पहले हमारे घर पर पवन राठी आया और कहने लगा कि आप मुझे एक लाख रुपए दे दो और तुम अपना काम करते रहो , हम तुम्हरा माल भी नहीं पकड़ेंगे, बस हमे 30 हजार रुपए महीना देते रहना, अभी कुछ समय पहले ये लोग मेरे बेटे को भी उठाकर ले गए थे तो मेरे बेटे से इन्होंने ने फोन करवा कर रुपये भी मांगे थे, फिर हमने इनको रुपये देकर अपना बेटा छुड़ाया था।