कर्मचारी संघ के अध्यक्ष का बयान: 17 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार से बातचीत का बुलावा नहीं

ख़बरें अभी तक। गुरुग्राम: NHM कर्मचारी संघ की प्रेस वार्ता, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष का बयान, 17 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार से बातचीत का बुलावा नहीं आया। पिछले 48 घंटो से महिलाएं भूख बड़ताल पर बैठी हैं कोई देखने तक नहीं आया। ये कैसा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान। इस सरकार को हमने इसलिए चुना क्योंकि इनके मेनिफेस्टो में था कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा। अब ये सरकार हम पर आरोप लगा रहे हैं कि हमारी हड़ताल असवैंधानिक है। सरकार हमारी हड़ताल का राजनीतिकरण कर रही है। कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू के नाम पर कर्मचारियों का आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शौषण होता है।

पिछले 17 दिनों से प्रदेश भर में हड़ताल पर बैठे NHM के कर्मचारियों को धीरे धीरे हरियाणा सरकार निष्काषित करती जा रही है अब तक करीब 4 हजार कर्मचारियों को निकाला जा चुका है इसीलिए अब एनएचएम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने गुरुग्राम में प्रेस वार्ता की और दावा किया कि ये सरकार कर्मचारी विरोधी है और अब आगे एनएचएम कर्मचारी सरकार के खिलाफ पोलखोल अभियान चलाएगी।

अपनी नौकरी को सुरक्षित करने और नियमित करने की मांग को लेकर प्रदेश भर में बैठे एनएचएम कर्मचारियों का सब्र का बांध अब टूटने लगा है क्योंकि अब कर्मचारी सरकार के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं और अब सरकार के खिलाफ पोलखोल अभियान चलाएंगे जिसमें वो प्रदेश की जनता को बताएंगे कि सरकार की नीतियां कर्मचारी विरोधी है। गुरुग्राम में एनएचएम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रेहान रजा ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि बीजेपी ने 2014 में अपनी पार्टी के मेनिफेस्टो में दावा किया था कि यदि उनकी सरकार बनती है तो हरियाणा में सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा लेकिन बीजेपी ने सरकार बनने के लिए ऐसा कुछ नही किया केवल धोखा ही दिया है।

एनएचएम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष का दावा है कि कर्मचारियों के कॉन्ट्रेक्ट को रिन्यू करते समय उनका आर्थिक, मानसिक यहां तक की शारीरिक शोषण भी किया जाता है। कर्मचारी संघ ने दावा किया है कि जब केन्द्र सरकार से लोकसभा में सवाल किया गया था कि एनएचएम किसके अधीन आता है तो सरकार ने लोकसभा में जवाब दिया था कि एनएचएम राज्य सरकारों के अधीन होंगे फिर चाहे वो कॉन्ट्रेक्ट पर रखे या फिर स्थायी तौर पर। केन्द्र सरकार उनके खर्चे वहन करेगी ऐसे में कर्मचारी संघ दावा कर रहा है कि हरियाणा सरकार झूठ बोल रही है कि एनएचएम उनके अधीन नहीं आते।

एनएचएम कर्मचारी पिछले दो दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं जिनमें महिला कर्मचारी भी शामिल हैं ऐसे में कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि सरकार इतनी असंवेदनशील हो गई है कि कोई उन्हें देखने तक नहीं आया। 17 दिनों से चल रही हड़ताल से एक बात तो साफ हो गई कि इस बार एनएचएम के कर्मचारी आरपार के मूड में हैं अगर हरियाणा सरकार ने इनकी मांगे नहीं मानी तो कर्मचारियों ने चुनावी बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।