ख़बरें अभी तक। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर के रावली रोड पर एक धार्मिकस्थल के पास मंगलवार रात नवजात बच्ची को किसी ने कूड़े के ढेर में फेंक दिया। वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने रोने की आवाज सुनकर बच्ची को कूड़े के ढेर से निकाला। बता दें कि दंपती बच्ची की देखभाल कर रहे है। आर्य नगर कॉलोनी निवासी इकराम चौधरी की रावली रोड पर इलेक्ट्रीशियन की दुकान है। इकराम मंगलवार रात करीब आठ बजे दुकान से पैदल घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में धार्मिकस्थल के पास एक प्लॉट में कूड़े के ढेर से बच्चे के रोने की आवाज आई।
जब इसने देखा तो नवजात बच्ची कपड़े में लिपटी रो रही थी। इसके बाद वह बच्ची को डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्ची एक दिन की है। वह पूरी तरह स्वस्थ है। इकराम और उसकी पत्नी रिहाना का कहना है कि उनके दो बेटे हैं और उन्हें बेटी की चाहत थी। भगवान ने उनकी सुन ली और उनकी चाहत पूरी कर दी। दंपति बच्ची को पाकर बहुत खुश है। बुधवार को इकराम ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस प्रभारी का कहना है कि इकराम व उसकी पत्नी ने नवजात के लालन-पालन की जिम्मेदारी लेने के लिए राजी है। दंपति ने इसकी जानकारी चाइल्ड केयर को भी दे दी है।