हरियाणा: पंचत्तव में विलीन हुए शहीद हरि सिंह, 10 माह के बेटे ने दी पिता को मुखाग्नि

ख़बरें अभी तक। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए रेवाड़ी के गांव राजगढ़ निवासी जवान हरिसिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। हज़ारो नम आँखों के बीच हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ जवानो द्वारा मातमी धुन बजाकर और राइफल से हवाई फायर कर भावभीनी विदाई दी गयी।

शहीद के अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि सभा में गांव ही नहीं बल्कि आसपास के गांव और शहरो से सैंकड़ो की तादात में पहुंचे लोगों ने शहीद को अंतिम विदाई दी। शहीद की अंतिम यात्रा में मानो जनसैलाब उमड़ पड़ा हो। अंतिम संस्कार से पूर्व शहीद के गांव में तिरंगा यात्रा निकाली गयी। 10 माह के बेटे लक्ष ने तिरंगा में लिपटे अपने पिता हरिसिंह को मुखाग्नि दी। शहीद का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।

शहीद हरिसिंह को श्रद्धांजलि देने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, कैबिनेट मंत्री राव नरबीर, बावल से विधायक और जनस्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ बनवारी लाल, रेवाड़ी विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, शिवसेना प्रदेश उपप्रमुख शम्मी शर्मा और प्रशासन की तरफ से एडीजीपी श्रीकांत जाधव, डीसी अशोक कुमार शर्मा, एसपी राहुल शर्मा, एसडीएम रेवाड़ी जितेंद्र गाँधी एसडीएम बावल कुशल कटारिया और पूर्व मंत्री राव दान सिंह समेत विपक्ष के तमाम छोटे बड़े नेता पहुंचे।

हरिसिंह की सहादत पर गर्व के साथ हर भारतवासी ‘हरिसिंह अमर रहे’, ‘जब तक सूरज चाँद रहेगा-हरिसिंह तेरा नाम रहेगा’ के नारे लगाते हुए दिखाई दिए। शहीद की मौत पर पर न केवल गहरा दुःख था बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ भारी आक्रोश भी था। जिसमे ‘पाकिस्तान-मुर्दाबाद’ के साथ ‘पाकिस्तान तेरी क़ब्र खुदेगी-आज नहीं तो कल खुदेगी’ के नारो के साथ पूरा राजगढ़ गांव गूंज उठा। इस अवसर पर

सीआरपीएफ की तरफ से कर्नल एसके निम्बालकर, कर्नल चन्दन बजाज, रिटायर्ड कर्नल एसके गिल, कर्नल एसएस दहिया, एके आहूजा व नायक गुलजार खान समेत कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।

वतन के लिए मर मिटने वाले वीर सपूत हरिसिंह का पार्थिव शरीर जैसे ही सुबह साढ़े 10 बजे पैतृक गांव राजगढ़ पहुंचा तो मातम पसर गया हरी सिंह के पार्थिव शरीर के आते ही पूरा गांव इलाका ग़मगीन हो गया। शहीद हरिसिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए जब घर ले जाया गया तो न केवल परिजनों का बल्कि वहां मौजूद हर सख्स का दिल पसीज गया। परिजन बिलख-बिलख कर बोले कि बेटे के सहादत पर उन्हें फक्र है। लेकिन बहुत हो चुका अब बदला लेने का समय आ गया है।