‘बदले बदले से मेरी सरकार नज़र आते हैं’वाह केजरीवाल जी वाह!

खबरें अभी तक। राजनीति नाम कि चिड़िया क्या होती है यह आपको अभी पूरी तरह पता भी नही होगा. इस राजनीति की एक बेहतरीन मिसाल को देखकर आपभी शायद समझ जाएं की राजनीती क्या होती है. दिल्ली में गुरुवार की शाम को आयोजित यह डिनर बेहद खास साबित हुआ. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए जाने वाले इस डिनर में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पहुंचे. दोनों पास में बैठे, उनके बीच बातचीत हुई और दोनों के चेहरों पर मुस्कराहट दिख रही थी. इस दुर्लभ संयोग को देखकर डिनर में शामिल अतिथि भी काफी अच्छा महसूस कर रहे थे.

दोनों के इस डिनर पर राजनीति भी शुरू हो गई है. हालांकि, इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने इस डिनर पर तंज कसते हुए कहा है कि बदले-बदले से सरकार नजर आते हैं.असल में गुरुवार को दिल्ली में जीएसटी कौंसिल की बैठक थी, जो शाम देर तक चली, क्योंकि एजेंडे में कई सारी चीजें थीं. कई चीजों पर तो इस बार निर्णय ही नहीं हो पाया. कौंसिल के सदस्यों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने डिनर आयोजित किया था.

जीएसटी की बैठक खत्म होने के बाद जब राज्यों के वित्त मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी आयोजन स्थल विज्ञान भवन के हॉल से बाहर आ रहे,  तो सात घंटे से खबरों के इंतजार में लगे पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया. ज्यादातर राज्यों के वित्त मंत्री पत्रकारों को बाइट देने में लग गए. लेकिन दिल्ली के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्रकारों से बात करने से मना कर दिया. वे थोड़े अधीर दिख रहे थे. उन्होंने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों के कान में कुछ बात कही और उसके बाद अपने अधिकारियों-कर्मचारियों को कुछ निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जीएसटी कौंसिल की बैठक में आए सभी सदस्यों के लिए दिल्ली के मशहूर फाइव सेंसेज गार्डन में डिनर आयोजित किया था. केजरीवाल सीधे डिनर वेन्यू पर पहुंच गए थे और उन्होंने मनीष सिसोदिया को जिम्मेदारी दी थी कि वे जीएसटी कौंसिल के सदस्यों को लेकर वहां पहुंचें.

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली घर जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन सिसोदिया ने उनसे भी डिनर में चलने का अनुरोध किया. जेटली ने अपने जूनियर मंत्री शिव प्रताप शुक्ला से पूछा कि क्या उन्होंने गार्डन (डिनर आयोजन स्थल) देखा है? शुक्ला ने कहा नहीं, लेकिन उन्होंने कहा कि वे भी डिनर में चलने को तैयार हैं. इसके बाद वित्त मंत्री केजरीवाल के डिनर में पहुंचे. सभी लोगों को यह देखकर काफी अच्छा लगा, क्योंकि मानहानि मामले में दोनों नेताओं के बीच बनी कड़वाहट किसी से छिपी नहीं है.