उत्तराखंड: मसूरी में तिब्बती समुदाय ने धूमधाम से मनाया लोसर पर्व

ख़बरें अभी तक। अनुसूचित जनजातियों का पर्व लोसर मसूरी में बड़े धूमधाम से मनाया गया। बता दें कि तीन दिन तक चलने वाले इस इस पर्व को तिब्बती और अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोग नए साल के रुप में मनाते हैं। वहीं इस समुदाय के लोगों ने पारंपरिक रुप से इस त्योहार की शुरुआत की और मिठाईयां बांटकर एक-दूसरे को नये साल की बधाई दी। इस पर्व की शरुआत हिन्दु पंचाग के अनुसार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की मध्य रात्री से शुरु होता है।

लोग पड़ोसियों रिशतेदारों के गर जाकर बधाईयां देते है। बता दें कि तिब्बती कलैंडर के अनुसार ये दिन साल के पहले महीने का पहला दिन होता है और लोसर का अर्थ नया साल होता है। बौद्ध लोग इस पर्व को मनाते है। इस दिन घरों में साफ सफाई की जाती है और घरों को सजाया जाता है। साथ ही इस दिन को शादी या कोई भी शुभ काम करने को अच्छा माना जाता है।