ख़बरें अभी तक। सोहना के नागरिक हॉस्पिटल में डॉक्टरों की कमी के चलते मरीज खासे परेशान है। मरीजो का हाहाकार देखकर सरकार और स्वाथ्य विभाग की पोल खोलकर रख दी है।जो नागरिक हॉस्पिटल राम भरोसे चल रहा है।डाक्टरो की कमी के चलते रोगी प्राइवेट हॉस्पिटलों में लूटने को मजबूर हो रहे है,लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नही।
आपको बता दे कि हालांकि हॉस्पिटल में सरकार की ओर से 73 लोग नियुक्त किये गए है ,पर अधिकांश पोस्ट खाली पड़ी है।हॉस्पिटल में डाक्टरो का ज्यादा आभाब है। हर रोज 300 से 400 मरीजो की ओपीडी होती है पर डॉक्टरों का टोटा ओर तो ओर कोई लेब टेक्सियानन भी नहीं है। 17 नर्स की जगह 7 ही हॉस्पिटल में आने वाले मरीजो की देखभाल कर रही है।
हास्पिटल में आने वाले मरीजो को डॉक्टर नही मिलते क्योकि डाक्टरो का टोटा है।ऐसे में मरीज प्राइवेट हॉस्पिटलों का रुख कर लूटने को मजबूर है।एक तरफ तो सरकार सभी को सस्ता इलाज मुहैया करवाने का दावा कर रही है।वही सोहना के नागरिक हॉस्पिटल में मरीजो का हाल बेहाल है।मरीजो की माने तो हॉस्पिटल में डॉक्टर आते ही नही।जब भी कोई रोगी आता है तो उसे गुरुग्राम रेफर कर दिया जाता है।हॉस्पिटल में लेब टेक्नीशियन न होने के चलते रोगी प्राइवेट हॉस्पिटलों में लूटने को मजबूर हो रहे है।सरकार को इन पर ध्यान देना चाहिए जिससे मरीजो को राहत मिल सके।
वेसे तो सोहना नागरिक हॉस्पिटल तीन महीने पहले ही PWD मंत्री राव नरवीर ओर विधायक तेज पाल तंवर जी ने 30 बेड से बढ़ाकर 50 बेड का करके वाही वाही लूटी थी पर ऐसे सफेद हाथी का क्या करना जहाँ डॉ ओर कोई सुविधा ही ना हो। अब देखना होगा कब तक सोहना वासियो के भाग्य में स्वाथ्य सेवाएं उपल्ध होगी या ऐसे ही मायूसी ओर प्राइवेट हॉस्पिटलों में लुटवाना पड़ेगा।