खबरें अभी तक। आईपीएस की राटायर्ड अधिकारी भारतीय घोष जो कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खास हुआ करती थी सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गई हैं. आपको बता दें कि बीजेपी में शामिल होते समय घोष ने कहा की बंगाल में कोई लोकतंत्र नहीं हैं, राज्य में केवल ठगाक्रोसी है. आपको बता दें कि भारतीय घोष ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, बीजेपी महासचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली.
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनावों में बीजेपी घोष को चुनाव में भी उतार सकती हैं. आपको बता दें कि जब 2011 में जब ममता विधानसभा चुनाव में जीती थी तब भारतीय घोष पश्चिमी मिदनापुर में एसपी के पद पर तैनात थीं. बता दें कि माओवादी गतिविधियों पर काबू पाने में उनकी भूमिका के चलते उन्हें 15 अगस्त 2014 को सर्विसे मेडल से सम्मानित किया गया था.
ममता से करीबी के चलते 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय घोष का ट्रांसफर कर दिया गया था. विपक्षी पार्टियों की शिकायत के चलते 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह कदम उठाया गया. हालांकि बाद में वे लौट आईं. आपको बता दें कि घोष पर अभी फिरौती का एक मामला भी चल रहा है.