हरियाणा में AIIMS के लिए जगह हुई चिन्हित, होगा देश का 22वां AIIMS

ख़बरे अभी तक। हरियाणा के जिला रेवाड़ी के गांव मनेठी में देश का 22वां अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) स्थापित किया जाएगा और इस उदेश्य के लिए मनेठी ग्राम पंचायत की 200 एकड़ भूमि को चिन्हित कर लिया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अंतरिम केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने गत दिवस लोकसभा में बजट सत्र के दौरान अपने बजट भाषण में हरियाणा में 22वें एम्स की स्थापना की घोषणा की और यह राज्य के लिए बहुत गर्व की बात है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के प्रयासों के कारण यह संस्थान मिला है, जो राज्य सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार किफायती व विश्वसनीय तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की उपलब्धता में क्षेत्रीय असंतुलन को ठीक करने के लिए विभिन्न स्नातक स्तर के राज्यों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना कर रही है और साथ ही देश में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और सुपर-स्पेशियलिटी स्तर में गुणवत्ता चिकित्सा शिक्षा के लिए सुविधाओं को बढ़ाने हेतू अग्रसर है।
राज्य में एम्स की स्थापना से हरियाणा के युवाओं को स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में अवसर प्रदान होंगें तथा साथ ही एक ही स्थान पर उच्चतम शैक्षिक सुविधाएं मिलेगी तथा डाक्टरों की मौजूदा कमी को दूर किया जा सकेगा। चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य सेवा और अनुसंधान में यह उत्कृष्टता केंद्र वैज्ञानिक संस्कृति, रोगियों के लिए करुणा और वंचितों की सेवा के लिए प्रतिबद्धता के साथ एक वरदान साबित होगा।
  भारत सरकार की एक अन्य महत्वपूर्ण परियोजना जिला झज्जर के बाढसा में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना है जो उत्तरी भारत का पहला ऐसा संस्थान होगा जिसमें कैंसर के इलाज के लिए प्रोटॉन की सुविधा होगी। यह परियोजना फरवरी  व मार्च 2019 तक पूरी तरह कार्यात्मक होने की संभावना है। एम्स में आउटरीच आउटडोर रोगी विभाग (ओओपीडी) नवंबर, 2012 से संचालित है और वर्तमान में 800-1000 रोगियों की दैनिक ओपीडी के साथ कार्यात्मक है।
इसके अलावा, स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए, समर्पित कुशल चिकित्सकों, शोधकर्ताओं को एम्स जैसे उत्कृष्टता संस्थानों के केंद्र में मौलिक शिक्षा और प्रशिक्षण की आवश्यकता हैं। हरियाणा के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने और डॉक्टरों की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य सरकार ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की परिकल्पना की है। वर्तमान में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अलावा, रोहतक में तीन ओर सरकारी मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें भगत फूल सिंह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर विमेन, खानपुर कलां, सोनीपत, शहीद हसन खान मेवाती गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, नल्हड, नूंह और कल्पना चावला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, करनाल शाामिल है। उन्होंने बताया कि कल्पना चावला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, करनाल का उदघाटन गत 13 अप्रैल, 2017 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किया गया और इस संस्थान में शैक्षणिक सत्र 2017-18 में 100 एमबीबीएस छात्रों के पहले बैच को दाखिला दिया।
हिसार में एक सरकारी सहायता प्राप्त मेडिकल कॉलेज है, जिसका नाम महाराज अग्रसेन गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अग्रोहा है, जिसमें शैक्षणिक सत्र 2016-17 से एमबीबीएस सीटों की संख्या को 50 से बढ़ाकर 100 किया गया है।  इसके अलावा, 03 निजी मेडिकल कॉलेज राज्य में स्थापित किए गए हैं, जिनमें वल्र्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, गुरावढ, झज्जर (150 एमबीबीएस सीटें), एनसी मेडिकल कॉलेज, इसराना, पानीपत (150 एमबीबीएस सीटें) और आदेश मैडीकल कालेज, शाहबाद, कुरुक्षेत्र शामिल है।
उन्होंने बताया कि राज्य में पहले से मौजूद मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में कई उपलब्धियां और तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का प्रावधान किया गया है जिसमें आधुनिक 120 बेड धनवंतरि एपेक्स ट्रॉमा सेंटर जनवरी 2018 से चालू है और 200 बेड एपेक्स मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल (उत्तर भारत में सबसे बड़ा) है जिसे हाल ही में पीजीआईएमएस, रोहतक में चालू किया गया है। पीजीआईएमएस, रोहतक में नई सुपर स्पेशियलिटी (डीएम / एमसीएच) शुरू की गई है और पीपीपी मोड पर 24&7 एमआरआई / सीटी स्कैन सुविधा सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मार्च 2016 से हरियाणा के लोगों को प्रदान की जा रही है।
  उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग में अन्य प्रमुख आगामी परियोजनाओं में पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय करनाल के ग्राम कुटेल में स्थापित किया जा रहा है और निर्माण 3 महीने के भीतर शुरू होगा। इसके अलावा, जिला अस्पताल को एक शिक्षण अस्पताल में अपग्रेड करके भिवानी में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। यह सरकारी मेडिकल कॉलेज भारत सरकार की केंद्र प्रायोजित योजना के तहत स्थापित किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य भी आगामी 3 महीने के भीतर शुरू होगा।
इसी प्रकार, गुरुग्राम में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। जींद और अंबाला में भी में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की प्रक्रिया में है तथा शहीद हसन खान मेवाती सरकारी मेडिकल कॉलेज, नल्हड, नूंह के परिसर में भी एक सरकारी डेंटल कॉलेज स्थापित किया जाएगा