जींद के किंग बने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा

ख़बरें अभी तक। जींद में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा ने 50 हजार 566 वोट लेकर जनननायक जनता पार्टी के दिग्विजय सिंह चौटाला को 12 हजार 935 वोटों से हराया। जेजेपी उम्मीदवार को 37 हजार 631 वोटों के साथ दूसरे और कांग्रेस के उम्मीदवार रणदीप सिंह सुरजेवाला तीसरे नंबर पर रहे उनको को 22 हजार 740 वोटों के साथ संतोष करना पड़ा।

भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी की पार्टी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार विनोद आश्री ने 13 हजार 582 वोट लेकर इनेलो के उमेद सिंह रेढ़ू को पांचवें स्थान पर धकेल दिया। उपचुनाव में कुल 21 उम्मीदवार थे जिनमें से पांच प्रत्याशी मतों का सैकड़ा भी पार नहीं कर सके। 345 वोट लेकर नोटा (पसंद नहीं) 15 उम्मीदवारों से आगे रहा। पांच मुख्य सियासी दलों के अलावा केवल एसएनपी के उम्मीदवार राधेश्याम ही ऐसे प्रत्याशी हैं जो नोटा से ज्यादा वोट ले सके। हालांकि नोटा पर उनकी बढ़त भी केवल 15 मतों पर सिमट गई।

जींद की जनता ने कृष्ण मिड्ढा पर भरोसा जताते हुए उन्हें जीत दिलाई. मिड्ढा ने रणदीप सिंह सूरजेवाला जैसे कद्दावर नेता और जेजेपी की युवा चेहरे दिग्विजय चौटाला को इस चुनाव में हराकर ये जीत हासिल की है. वहीं अगर बात करे ग्रामीण क्षेत्र की तो वहां के बूथों की मतगणना के दौरान प्रारंभिक रुझानों में जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला आगे चल रहे थे.

लेकिन जैसे ही शहरी क्षेत्रों के बूथों की मतगणना शुरू हुई तो कृष्ण मिड्ढा ने लीड ले ली. इसके बाद कृष्ण मिड्ढा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और जीत दर्ज कर ली. कृष्ण मिड्ढा की इस जीत से बीजेपी गदगद है. बता दें, मनोहर लाल सरकार में यह पहला उपचुनाव था. इसका परिणाम न सिर्फ हरियाणा की भविष्य की राजनीति तय करेगा बल्कि इससे प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर भी मतदाताओं के मूड का पता चलेगा.