राव इंद्रजीत ने भी दिया जाट, नॉन जाट की राजनीति का नारा, कहा एक जाति हमे चिचड़ समझती है

ख़बरें अभी तक। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने गैर जाट की राजनीति करने के संकेत दिए हैं। झज्जर के पाटौदा गांव में स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम की प्रतिमा का अनावरण पहुंचे राव इंद्रजीत ने साफ कहा कि पहले के नेता एक विशेष बिरादरी को महत्व देते थे और सोचते थे कि यह बिरादरी मदद करेगी तो बाकी सभी बिरादरियां चीचड़ की तरह अपने आप साथ हो जाएंगी। लेकिन अब वे लोग मान लें की चीचड़ किसी भी तरह से कमजोर नहीं है और अपने हकों की लड़ाई अच्छी तरह से लड़ना जानती हैं।

बता दें कि गांव पाटौदा में राव तुलाराम की मूर्ति के अनावरण समरोह में राव इंद्रजीत बकौल मुख्यअतिथि मौजूद थे और समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ कर रहे थे। धनखड़ की मौजूदगी में ही राव सहाब ने प्रदेश सरकार पर सूबे के हर हिस्से को समान पानी देने में असफल बताया और कहा कि वे अपने जीवन का अंतिम चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

राव इंद्रजीत ने कहा कि वे अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम दौर में अपने युवाओं की रगों में बहने वाले खून के प्रवाह को देखना चाहते हैं. उन्होंने मंच से ही कहा कि जनता को अपने कामों के लिए एक खूंटे की तलाश रहती है और जनता चाहे तो वे उनका खूंटा बनने को तैयार हैं।