CID के एडीजी अशोक तिवारी राष्ट्रपति पुलिस पदक से होंगे सम्मानित

ख़बरें अभी तक। देशभर में 70वां स्वाधीनता दिवस मना रहा है। इस मौके पर अपने कार्य क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले लिए व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है। वहीं पुलिस में बेहतर प्रदर्शन के लिए हिमाचल में सीआईडी के एडीजी 1993 बैच के आईपीएस अशोक तिवारी को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलेगा।

आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति पुलिस पदकों की घोषणा की गई। विशिष्ट सेवाओं के लिए 1 राष्ट्रपति पुलिस पदक, जबकि सराहनीय सेवाओं के लिए 4 पुलिस पदक दिए गए है।

अशोक तिवारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के निवासी है और उन्होंने हिमाचल में सीआईडी के डीआईजी के तौर पर अपनी सेवाएं दी है. सीबीआई में प्रतिनियुक्ति के दौरान अशोक तिवारी ने भंवरी देवी हत्याकांड, दारा सिंह एनकाउंटर, कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के घोटाले जैसे बहुचर्चित मामलों की जांच की है। आईबी में तैनाती के दौरान उन्होंने आतंक रोधी अभियानों में अहम भूमिका निभाई। हिमाचल में जिलों में तैनाती के दौरान कम्यूनिटी पुलिसिंग का कन्सेप्ट शुरू किया।

इसके साथ ही डीएसपी बिलासपुर संजय शर्मा को पुलिस पदक से नवाजा गया है। उन्होंने कुल्लू में थाना प्रभारी रहते हुए नशा तस्करों पर शिकंजा कसते हुए भारी मात्रा में चरस पकड़ी थी, जो आज तक का रिकॉर्ड है। बैजनाथ थाना प्रभारी रहते हुए उन्होंने हिजबुल का एक आतंकी पकड़ा था।