जिला ऊना के 5 गांवो ने महापंचायत कर नशे के खिलाफ छेड़ी जंग

ख़बरें अभी तक। जिला ऊना के पंजाब के साथ सटे पांच गांवो के पंचायत प्रतिनिधियों और वाशिंदों ने नशे के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है। पंजाब के साथ लगते सनोली, मजारा, बीनेवाल, मलूकपुर और पूना गांवो के वाशिंदों ने महापंचायत कर सरकार से नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई है। स्थानीय लोगों की माने तो पंजाब से लगातार नशे की खेप आ रही जिस कारण युवा पीढ़ी इसकी चपेट में आती जा रही है। लोगों ने प्रशासन से नशे के खिलाफ कार्रवाई में इन पांचो गांवों के वाशिंदों की ओर से हर संभव सहयोग का भी दावा किया है।

नशे के कारण बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी को बचाने का जिम्मा खुद सनोली, मजारा, पूना, बीनेवाल और मलूकपुर के पंचायत प्रतिनिधियों और वाशिंदों ने उठाया है। इन पांच गांवो के पंचायत प्रतिनिधियों और वाशिंदों ने गांव सनोली में महापंचायत कर क्षेत्र में बढ़ रहे नशे के काले कारोबार को रोकने की रणनीति तैयार की।

वहीं क्षेत्र के लोगों की माने तो चिट्टे के कारण पिछले कुछ अरसे में ही क्षेत्र के 2 युवा अपनी जान गंवा चुके है। जबकि कुछ युवाओ को नशा निवारण केंद्रों में भर्ती तक करवाया गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक बॉर्डर पर चैकिंग के पुख्ता इंतजाम ना होने के कारण ही नशे की खेप पंजाब के रास्ते हिमाचल के इन गांवों में प्रवेश कर रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस काले कारोबार में संलिप्त लोगों की भी पूरी जानकारी है। लेकिन ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और वाशिंदों ने प्रदेश सरकार और प्रशासन से नशे के धंधे को रोकने की अपील की है। वहीं गांव वासियों ने हर तरह का सहयोग देने का भी भरोसा दिया है।