ख़बरें अभी तक। फरीदाबाद किसान कर रहे है गांव में पंचायते किसान कर रहे हैं गांव में पंचायतें। किसानों का कहना है कि एगर उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया तो किसी भी पार्टी के नेता को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा उनका विरोध किया जाएगा। फरीदाबाद के गांवों में किसानों ने सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया है किसान गांव गांव जाकर पंचायतें कर रहे हैं और नारा दे रहे हैं की ‘मुआवजा नहीं तो वोट’ नहीं साथ ही चेतावनी दी जा रही है ऐसी ही पंचायत आज गांव नीमका में की गई जिसमें सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया।
इस पंचायत के संयोजक सतपाल नरवत ने बताया कि सरकार ने उनके साथ छलावा किया है चाहे वह आईएमटी का मामला हो या फिर रेलवे लाइन का, किसानों की जमीन सस्ते दामों में ले ली गई और जब कोर्ट ने उन्हें मुआवजा देने का आदेश दिया तो उस आदेश की अवहेलना की जा रही है अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। किसानों का कहना है कि सरकार में आईएएस, पीएएस सिर्फ और सिर्फ बिजनेसमैन के गुण गा रहे हैं किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है । इसलिए उन्होंने प्रण लिया है कि फरीदाबाद के सभी गांवों में पंचायतें करके लोगों को जागरूक किया जाएगा और किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा ।