इजरायल के पीएम ने कट्टर इस्लाम को बताया चुनौती

है कि भारत और इजरायल की दोस्ती को किसी की नजर न लगे. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में नेतन्याहू ने कहा कि आज की तारीख में ताकतवर होना बहुत जरूरी है.

नेतन्याहू ने अपने भाषण में कहा कि ताकतवर होना जरूरी है, क्योंकि इस दुनिया में कमजोर का जिंदा रह पाना बहुत मुश्किल है. आप हमेशा ताकतवर के साथ हाथ मिलाते हो. अगर आपको दुनिया में शांति कायम करनी है तो भी आपको ताकतवर बनना पड़ेगा.

नेतन्याहू ने कहा कि ताकतवर होना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है. जिंदा रहने के लिए न्यूनतम ताकत जरूरी है. सॉफ्ट पावर अच्छी बात है और हार्ड पावर और भी बेहतर चीज है.

इजरायली पीएम ने कहा कि वह यह जानकर चौंक पड़े कि पीएम मोदी ने पिछले तीन सालों में भारत में व्यापार करना कितना आसान कर दिया है. मोदी ने 42 मौकों पर ऐसा किया है.

नेतन्याहू के मुताविक आज के समय में किसी भी देश के लिए सैन्य ताकत, आर्थिक ताकत, तकनीकी ताकत और सांस्कृतिक बहुत जरूरी है.

उन्होंने आगे कहा है कि अगर आपको आर्थिक ताकत बनना है तो आपको टैक्स नीति को सरल बनाना होगा. इसके साथ ही लालफीताशाही पर रोक लगानी होगी. भारत और इजरायल दोनों देशों का मुख्य उद्देश्य इसी लालफीताशाही को कम से कम करना है, ताकि व्यापार करना और आसान हो.

नेतन्याहू ने कहा है कि दुनिया को कट्टर इस्लाम से चुनौती मिल रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इजरायल आने वाले पहले पीएम हैं, दुआ है कि उनकी दोस्ती को कोई नजर ना लगे.